भारतीय क्रिकेट टीम के अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन ने आधुनिक समय में बल्लेबाजी में आई क्रांति के बारे में बात की। उन्होंने माना कि मॉर्डन डे क्रिकेट में बैट्समैन जिस विस्फोटक अंदाज में बल्लेबाजी करते हैं उसने मैदान के साइज को पूरी तरह से इरेलिवेंट बना दिया है। अश्विन को इस बात का डर सता रहा है कि इससे क्रिकेट का खेल पूरी तरह से एकतरफा हो सकता है। अश्विन ने ये बातें राजस्थान रॉयल्स के एक प्रमोशनल इवेंट के दौरान कही और उनका ये कमेंट तब सामने आया है जब आईपीएल 2024 में 200 रन के टारगेट का बचाव करना भी असंभव लगता है।
आधुनिक क्रिकेट में रेलिवेंट नहीं है मैदान का साइज
आर अश्विन ने कहा कि उस समय बनाए गए स्टेडियम आधुनिक समय में रेलिवेंट नही है। उस समय जो बल्ले इस्तेमाल किए जाते थे उनका इस्तेमाल गली क्रिकेट के लिए भी किया जाता था। प्रायोजकों के एलईडी बोर्डों के इस्तेमाल के साथ अब बाउंड्री 10 गज की दूरी पर आ गई है। अश्विन का मानना है कि खेल बल्लेबाजों के पक्ष में जा रहा है और गेंदबाजों को जल्द ही मानसिक प्रोत्साहन की जरूरत होगी। हालाकि उनका मानना है कि जिस तरह की प्रतिस्पर्धा हो रही है ऐसे में गेंदबाज भी कुछ ना कुछ रास्ता निकालेंगे और अपने पैर जमाने में सक्षम होंगे।
अश्विन ने साफ तौर पर कहा कि क्रिकेट में जिस तरह से बल्लेबाज हावी होते जा रहे हैं ऐसे में गेंदबाजों को मानसिक रूप से बूस्ट करने की जरूरत होगी। खेल में जब संतुलन बदलता है तो आपको जवाब खोजने होते हैं और खुद को अलग दिखाने के लिए कुछ अलग करने की जरूरत होती है। आप आईपीएल में टीमों के द्वारा दिए गए औसत रन को देखें तो यह हैरान करता है। हमने जयपुर में एक मैच में 180 रन का बचाव किया था जो बहुत बड़ा था। बॉल-स्ट्राइकिंग देखकर हैरानी होती है, लेकिन दिन के अंत में दर्शक चौके-छक्के देखने के लिए आते हैं। आपको बता दें कि इस सीजन में राजस्थान एकमात्र ऐसी टीम है जिसने सिर्फ दो बार 200 से अधिक रन दिए हैं और केकेआर के खिलाफ एक मौके पर लक्ष्य का पीछा करने में भी सफल रही है और हैदराबाद के खिलाफ एक बार सिर्फ एक रन से चूक गई थी।