इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) के अंपायरों के एलीट पैनल में शामिल एकमात्र भारतीय नितिन मेनन का सपना आखिरकार साकार होने वाला है। नितिन मेनन को जून-जुलाई में इंग्लैंड में प्रतिष्ठित एशेज में अंपायरिंग करने का मौका मिला है। इंदौर के 39 साल के नितिन मेनन इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच 16 जून से शुरू हो रहे एशेज सीरीज में मैदानी अंपायर होंगे।
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के एक पदाधिकारी ने पीटीआई को बताया, ‘वह एशेज में अंपायरिंग करेंगे।’ तीसरा टेस्ट 6 से 10 जुलाई तक लीड्स पर और चौथा 19 से 23 जुलाई के बीच मैनचेस्टर में खेला जाएगा। नितिन मेनन पांचवें और आखिरी टेस्ट में टीवी अंपायर होंगे जो लंदन में खेला जाएगा।
नितिन मेनन इससे पहले 2020 में भी एशेज में अंपायरिंग कर सकते थे, लेकिन तब कोरोना महामारी के कारण स्थानीय अंपायर्स को ही चुना गया था। लीड्स और मैनचेस्ट में मैदान पर नितिन मेनन के साथी क्रमश: श्रीलंका के कुमार धर्मसेना और त्रिनिदाद के जोएल विल्सन होंगे। नितिन मेनन को 2020 में आईसीसी के अंपायर्स के एलीट पैनल में शामिल किया गया था।
नितिन मेनन ने एलीट पैनल में पदोन्नत होने के बाद पीटीआई को बताया, ‘इसमें कोई संदेह नहीं है कि मेरी ड्रीम सीरीज एशेज होगी। यही एकमात्र सीरीज है जिसे मैं टीवी पर देखता हूं। जिस माहौल में वह सीरीज (एशेज) खेली जाती है, चाहे इंग्लैंड हो या ऑस्ट्रेलिया मैं इसमें शामिल होना चाहता हूं। मैं उसका हिस्सा बनना पसंद करूंगा।’
नितिन मेनन ने अब तक 18 टेस्ट, 42 वनडे और 40 टी20 मुकाबलों में अंपायरिंग की है। वह इस समय आईपीएल में व्यस्त हैं। एशेज के लिए तटस्थ अंपायरों को चुना गया है। आईसीसी के इस फैसले से लगता है कि वह टेस्ट क्रिकेट में भी पूर्व-कोविड नीति की वापसी के लिए तैयार है। हाल ही में, पाकिस्तान के अलीम दार ने 19 साल तक रहने के बाद एलीट पैनल से इस्तीफा दे दिया था।
आईसीसी के अंपायर्स के एलीट पैनल के अन्य लोगों में एड्रियन होल्डस्टॉक (दक्षिण अफ्रीका), अहसान रजा (पाकिस्तान), क्रिस गैफने (न्यूजीलैंड), धर्मसेना, माराइस इरास्मस (दक्षिण अफ्रीका), माइकल गफ (इंग्लैंड), नितिन मेनन, पॉल रिफेल (ऑस्ट्रेलिया), रिचर्ड इलिंगवर्थ (इंग्लैंड), रिचर्ड केटलबोरो (इंग्लैंड), रोडनी टकर (ऑस्ट्रेलिया) और विल्सन शामिल हैं।