दिल्ली कैपिटल्स के ऑलराउंडर मिशेल मार्श की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्हें मुंबई के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है। ऑस्ट्रेलियाई ऑलराउंडर का सोमवार सुबह यानी 18 अप्रैल को रैपिड एंटीजन टेस्ट किया गया था। उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्हें सिरदर्द और हल्का बुखार था। इसके बाद दिल्ली कैपिटल्स ने अपने सभी सदस्यों का आरटी-पीसीआर टेस्ट कराने का फैसला किया। उसमें मार्श की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

दिल्ली कैपिटल्स ने 18 अप्रैल की रात मार्श के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि की और बताया कि फ्रैंचाइजी उनकी स्थिति की बारीकी से निगरानी कर रही है। दिल्ली कैपिटल्स की ओर से किए ट्वीट में कहा गया, दिल्ली कैपिटल्स के बॉयो-बबल के कुछ और सदस्यों, जिनमें सहायक स्टाफ सदस्य भी शामिल हैं, की भी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। हालांकि उनमें कोई लक्षण नहीं हैं। उनकी स्थिति पर फ्रैंचाइजी बारीकी से नजर रख रही है। बॉयो-बबल के सभी शेष सदस्य वर्तमान में अपने-अपने कमरों में क्वारंटीन हैं। उनका नियमित रूप से टेस्ट किया जाएगा।

दिल्ली कैपिटल्स की पूरी टीम के क्वारंटीन होने के कारण उसके और पंजाब किंग्स के बीच 20 अप्रैल को होने वाले मैच को लेकर संशय है। मैच होगा या नहीं ,यह दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ियों की कोरोना रिपोर्ट पर तय होगा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली कैपिटल्स के खिलाड़ियों का 19 अप्रैल की सुबह करीब 9 बजे कोरोना टेस्ट हुआ। इसकी रिपोर्ट के बाद ही बुधवार को पंजाब किंग्स के साथ होने वाले मैच पर फैसला होगा।

बता दें कि शुक्रवार यानी 15 अप्रैल को दिल्ली कैपिटल्स के फिजियो पैट्रिक फरहार्ट कोरोना पॉजिटिव हो गए थे। एक दिन बाद मालिश करने वाला कोरोना संक्रमित हो गया था। दोनों को बाकी टीम से अलग कर दिया गया था। अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) की सबसे बड़ी चिंता इस वायरस को टीमों में फैलने से रोकने की है। वे अब ऐसा होने से रोकने के लिए एक और योजना बनाने पर काम कर रहे हैं।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, दिल्ली और पंजाब का मैच तभी होगा, ऋषभ पंत की अगुआई वाली टीम के कम से कम 12 खिलाड़ियों की कोरोना रिपोर्ट निगेटिव आए। उस स्थिति में ये खिलाड़ी मुंबई से पुणे जाएंगे। अगर पॉजिटिव रिपोर्ट आती है, तो मैच को रि-शेड्यूल किया जाएगा। हालांकि, इस पर आखिरी फैसला आईपीएल की गवर्निंग काउंसिल लेगी।

कोरोनावायरस को लेकर आईपीएल में क्या है नियम

अगर कोई भी खिलाड़ी या टीम का सदस्य बॉयो-बबल में पॉजिटिव मिलता है तो उसे कम से कम सात दिन तक क्वारंटीन रहना होगा। सात दिन के बाद अगर 24 घंटे में दो आरटी-पीसीआर टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आती है तब ही उसे बॉयो-बबल में प्रवेश दिया जाएगा।

अगर किसी टीम के कई सदस्य पॉजिटिव हो जाते हैं तो वह फ्रैंचाइजी न्यूनतम 12 निगेटिव खिलाड़ियों के साथ मैच खेल सकती है। इसमें 7 भारतीय और एक स्थानापन्न (सब्स्टिट्यूट) खिलाड़ी का होना जरूरी है।

अगर टीम में 12 निगेटिव खिलाड़ी भी उपलब्ध नहीं होते हैं तो इस स्थिति में इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की गवर्निंग काउंसिल आखिरी फैसला लेगी। उसका फैसला सभी पक्षों को मानना होगा।

अगर बॉयो-बबल तोड़ने में फ्रैंचाइजी की गलती मिलती है तो उस टीम पर एक करोड़ रुपया तक का जुर्माना लगाया जा सकता है। यदि ऐसा दूसरी बार पाया गया तो टीम का एक अंक और तीसरी गलती पर तीन अंक काट लिए जाएंगे।

अंडर-19 विश्व कप में 12 खिलाड़ियों के साथ उतरी थी टीम इंडिया

अंडर-19 विश्व कप में युगांडा के खिलाफ लीग मैच से पहले कप्तान यश ढुल समेत 6 भारतीय खिलाड़ी ही कोरोना संक्रमित हो गए थे। टीम के पास चयन के लिए 12 खिलाड़ी ही उपलब्ध थे। भारतीय टीम 12 खिलाड़ियों के साथ युगांडा के खिलाफ मैच में उतरी और जीत हासिल की थी।