भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने इंडियन प्रीमियर लीग (Indian Premier League) 2021 को लेकर कुछ कड़े नियम बनाए हैं। आईपीएल में सॉफ्ट सिग्नल को हटाने की खबर तो पहले ही आ चुकी थी। अब बीसीसीआई ने समय की पाबंदी को लेकर कड़ा फैसला किया है। साथ ही सुपर ओवर को लेकर भी नया नियम बनाया गया है।

नए नियम के मुताबिक, आईपीएल 2021 में अब हर टीम को 90 की 85 मिनट में 20 ओवर फेंकने होंगे। ईएसपीएनक्रिकइंफो के मुताबिक, बीसीसीआई ने आईपीएल की सभी आठों फ्रैंचाइजीस को एक ईमेल भेजा है। इसमें सभी बदलाव के बारे में बताया गया है। मैच को तय समय में पूरा करने के उद्देश्य से हर पारी के 20वें ओवर को 90 मिनट में खत्म करना होगा। इसमें 2.5-2.5 मिनट के दो स्ट्रैटजिक टाइम आउट भी शामिल हैं। यानी अब 20 ओवर 85 मिनट में ही फेंकने होंगे। आईपीएल 2020 तक स्ट्रैटजिक टाइम आउट को 90 मिनट से बाहर रखा गया था। इसका मतलब है कि हर टीम को एक घंटे में औसतन 14.11 ओवर फेंकने होंगे। इसमें टाइम-आउट शामिल नहीं होगा। मैच की एक पारी 90 मिनट (खेल के लिए 85 मिनट और पांच मिनट टाइम-आउट) में खत्म हो जानी चाहिए।

अगर कोई भी टीम समय बर्बाद करती हुई पाई जाती है तो चौथे अंपायर की भूमिका काफी अहम हो जाएगी। चौथे अंपायर की यह जिम्मेदारी होगी कि अगर बल्लेबाजी वाली टीम जानबूझकर वक्त बर्बाद करे तो वह उन्हें चेतावनी दे। चौथे अंपायर को यह अधिकार दिया गया है कि अगर बल्लेबाजी टीम के कारण गेंदबाजी करने वाली टीम तय समय में 20 ओवर न फेंक पाए तो बल्लेबाजी करने वाली टीम के समय में कटौती की जाए। चौथे अंपायर की जिम्मेदारी होगी कि बल्लेबाजी करने वाली टीम का कप्तान (अगर वह क्रीज पर नहीं है) और टीम मैनेजर दोनों को इन चेतावनियों के बारे में पता हो। इसके अलावा वेतन या भत्ते काटने की सजा का प्रावधान भी है।

बीसीसीआई ने सॉफ्ट सिग्नल नियम के संबंध में कहा कि ऑन-फील्ड अंपायर के संकेत का तीसरे अंपायर के फैसले पर असर नहीं पड़ेगा। मैच के दौरान अब कोई भी मैदानी अंपायर थर्ड अंपायर से मदद लेते वक्त सॉफ्ट सिग्नल का इशारा नहीं करेगा। यह फैसला अंपायरिंग हित में लिया गया है। इससे थर्ड अंपायर को अपना फैसला देने में किसी भी तरह की अड़चन न आएगी। न ही इसके कारण कोई विवाद होगा। बीसीसीआई ने शॉर्ट रन नियम में भी संशोधन किया। अब थर्ड अंपायर शॉर्ट रन पर ऑन-फील्ड अंपायर की कॉल की भी जांच कर सकता है और मूल फैसले को पलट सकता है।

एक घंटे तक ही रहेगा सुपर ओवर का रोमांच

आईपीएल में 18 अक्टूबर, 2020 को हमेशा अनोखे दिन के रूप में याद किया जाएगा। उस दिन रविवार था और आईपीएल 2020 में डबल हेडर था। खास यह रहा कि दोनों मैच का फैसला सुपर ओवर के जरिए हुए। पहले मैच में कोलकाता नाइट राइडर्स ने सनराइजर्स हैदराबाद को हराया। फिर किंग्स इलेवन पंजाब (अब पंजाब किंग्स) और मुंबई इंडियंस के बीच एक नहीं बल्कि दो सुपर ओवर हुए और किंग्स इलेवन हार गया। यह आईपीएल या अन्य किसी टूर्नामेंट के इतिहास में पहली बार था कि एक मैच दूसरे सुपर ओवर में चला गया था। वह मैच करीब आधी रात को खत्म हुआ था।

आईपीएल ने सुपर ओवर को लेकर भी फैसला लिया है। बीसीसीआई ने अब सुपर ओवर के लिए एक घंटा तय कर दिया है। यानी एक घंटे के भीतर जितने सुपर ओवर होंगे उतने समय तक ही मैच खेला जाएगा। यदि तब भी कोई फैसला नहीं निकल पाता है तो दोनों टीमों में बराबर-बराबर अंक बांट दिए जाएंगे। नए नियम के मुताबिक, अगर दोनों पारियों के पूरा होने के बाद टीमों का स्कोर बराबर है, तो एक सुपर ओवर खेला जाएगा। मैच रेफरी टीमों को सूचित करेगा कि आखिरी सुपर ओवर कब शुरू होगा। मैच विजेता तय करने के लिए क्या आवश्यक सुपर ओवर पूरा होना संभव नहीं होने की दशा में मैच टाई हो जाएगा।