विराट कोहली की गिनती भले ही टीम इंडिया के सफल कप्तानों में होती हो, लेकिन इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में उनकी टीम रॉयल चैलेंजर्स बेंगलुरु (आरसीबी) अब तक फिसड्डी ही रही है। आरसीबी अब तक आईपीएल की चैंपियन नहीं बन पाई है। वह अब तक 3 बार ही टूर्नामेंट के फाइनल (2009, 2011 और 2016) में पहुंच पाई है। 2016 के बाद से तो वह प्लेऑफ में भी जगह नहीं बना पाई है।
टीम के खराब प्रदर्शन को लेकर विराट कोहली के नेतृत्व पर भी सवाल उठे हैं। फ्रेंचाइजी को यहां तक स्पष्ट करना पड़ा है कि विराट कोहली ही टीम की कमान संभालेंगे। अब युजवेंद्र चहल ने आरसीबी के फेल होने की एक कमजोर कड़ी बताई है। चहल ने कहा, ‘जब से मैं आरसीबी के लिए खेल (पिछले 6 साल से) रहा हूं, मैंने देखा है कि हमने करीब 30 फीसदी मैच डेथ ओवरों (आखिरी 3 ओवर) में खराब प्रदर्शन के कारण गंवाएं हैं।’ चहल ने इंस्टाग्राम लाइव पर भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा से बातचीत के दौरान इस कमजोरी को उजागर किया।
चहल ने कहा, ‘डेथ ओवरों में गेंदबाजी की समस्या हमेशा से रही है, सिर्फ एक साल को छोड़कर जब हमारे पास मिशेल स्टार्क थे।’ चहल ने कहा, ‘हम 16वें या 17वें ओवर तक खुद को मजबूत स्थिति में बनाए रखते हैं, लेकिन मुझे लगता है कि हमने आखिरी 3 ओवरों के कारण कम से कम 30% मैच गंवाए हैं। उन 3 ओवरों के कारण स्कोर 130-140 से 190 या 200 हो जाता है। इसलिए अचानक सब कुछ बदल जाता है।’
आरसीबी ने आईपीएल 2014 की नीलामी में युजवेंद्र चहल को उनके बेस प्राइस 10 लाख में खरीदा था। चहल तब से ही मिडिल ओवरों के लिए आरसीबी के मुख्य स्पिनर बने हुए हैं। हालांकि, चहल ने बताया कि इस बार (आईपीएल 2020) स्थिति दूसरी है। डेथ ओवरों के लिए हमारे पास उमेश यादव, डेल स्टेन, नवदीप सैनी और क्रिस मॉरिस के रूप में ज्यादा विकल्प हैं। मैं पहली बार महसूस कर रहा हूं कि डेथ ओवरों को लेकर हमारे पास अच्छा संयोजन है।