आत्माराम भाटी

आइसीसी द्वारा आस्ट्रेलिया में अक्तूबर-नवंबर में होने वाले टी-20 विश्व कप को 2022 में कराने की घोषणा के बाद आइपीएल 2020 के आयोजन की राह खुल गई है। इसके आयोजन को लेकर न केवल खिलाड़ी बल्कि क्रिकेट प्रेमी भी बेसब्र हो रहे हैं। बीसीसीआइ भी इसके आयोजन को लेकर आतुर दिखाई दे रहा है।

भारत में बढ़ते कोरोना मरीजों के बीच यह संभावना जताई जाने लगी है कि आइपीएल का आयोजन अन्य देश में किया जाएगा। बीसीसीआइ ने विश्व कप के स्थगित होने तक स्थान और तारीख की घोषणा नहीं कि फिर भी फ्रेंचाइजी टीमों ने सितंबर से नवंबर के बीच इसके यूएई में होने की संभावनाओं के मद्देनजर अपनी तैयारियां शुरू कर दी। अब जबकि विश्व कप आगे खिसक चुका है। सबकी निगाहें बीसीसीआइ पर टिक गई हैं।

हालांकि मैचों के प्रसारणकर्ता स्टार इंडिया ने बीसीसीआइ के लिए यह रोड़ा अड़ा दिया है कि व आयोजन को नवंबर के प्रथम सप्ताह में खत्म होते नहीं देखना चाहता। उसका मकसद 14 नवंबर को दिवाली तक विज्ञापन से ज्यादा कमाई का है और यह तब संभव है जब आयोजन दिवाली तक चले। दूसरी तरफ बीसीसीआइ नहीं चाहती कि त्योहार में खिलाड़ी अपने घर से दूर रहेें। देखना है कि अब इस विरोधाभास का हल क्या निकल कर आता है।

जिस तरह से खिलाड़ी पिछले काफी समय से खेल से दूर घर में रहते हुए परेशान हो चुके हैं वो किसी भी सूरत में मैदान में लौटना चाहते हैं। उधर, इंग्लैंड में क्रिकेट शुरू हो चुका है। इसके बाद पाकिस्तान भी इंग्लैंड में अगस्त में खेलने वाला है। ऐसे में भारत सहित अन्य देशों के खिलाड़ी भी जल्द से जल्द मैदान में उतरने को आतुर हैं। आस्ट्रेलिया भी जल्द ही मैदान पर होगा लेकिन भारतीय खिलाड़ियों के लिए हाल फिलहाल मैदान में उतरने का अवसर आइपीएल ही है। इसलिए कैसे भी, कहीं भी आयोजन हो, वो इंतजार में हैं।

क्रिकेट प्रेमियों का हाल भी कुछ ऐसा ही है। वो भी स्टेडियम में न सही, घर में बैठकर ही क्रिकेट का आनंद लेना चाहते हैं। बीसीसीआइ, फ्रेंचाइजी और इस आयोजन से जुड़े सभी अपनी झोली को आर्थिक लाभ से भरने का अवसर जल्द से जल्द पाना चाहते हैं। अब देखना है कि आगामी दिनों में इस सीजन के आइपीएल को लेकर बीसीसीआइ क्या फैसला करती है।