किंग्स इलेवन पंजाब को 8 अक्टूबर को इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) में सनराइजर्स हैदराबाद के हाथों 69 रनों से शिकस्त झेलनी पड़ी। उसकी इस सीजन यह लगातार चौथी हार है। इस हार के बाद पंजाब के केएल राहुल कुछ फैसलों पर भी सवाल उठ रहे हैं। क्रिकेट के दिग्गजों का मानना है कि पंजाब की तीन गलतियां उस पर भारी पड़ीं और नतीजा मैच गंवाना पड़ा। इस मैच में केएल राहुल ने जो प्लेइंग इलेवन उतारी उसमें उन्होंने दो ऑलराउंडर नहीं चुने। यह फैसला भी पंजाब के लिए घातक रहा।
केएल राहुल ने हैदराबाद के खिलाफ मैच के लिए तीन बदलाव किए। वह अपने कमजोर बॉलिंग अटैक को मजबूत करने के लिए एक अतिरिक्त गेंदबाज के साथ मैदान पर उतरे। इस चक्कर में उन्होंने अपनी टीम को शीर्ष क्रम के बल्लेबाजों पर ज्यादा निर्भर बना दिया। आमतौर पर टेल एंडर्स सातवें नंबर से शुरू होते हैं, लेकिन इस मैच में ऐसा नहीं हुआ। मनदीप सिंह के बाद पंजाब के पास ऐसा कोई खिलाड़ी नहीं था, जो ताबड़तोड़ बल्लेबाजी कर रहे निकोसल पूरन का थोड़ा बहुत भी साथ दे पाता। मुजीब उर रहमान का आईपीएल में हाइएस्ट स्कोर 11, रवि बिश्नोई का 6, शमी का 21 रन है। शेल्डन कॉटरेल और अर्शदीप आईपीएल में अब तक अपना खाता भी नहीं खोल पाए हैं।
इस मैच में हैदराबाद के 6 विकेट गिरे। इसमें 5 विकेट उसके युवा गेंदबाजों रवि बिश्नोई (3) और अर्शदीप सिंह (2) ने लिए। रवि को सिर्फ 3 ओवर ही फेंकने को मिले। ऐसा लगा कि मैच की शुरुआत में राहुल को रवि और अर्शदीप पर भरोसा नहीं था। रवि को उन्होंने ग्लेन मैक्सवेल से एक ओवर कराने के बाद गेंद पकड़ाई। तब तक 7 ओवर में हैदराबाद बिना विकेट खोए 64 रन बना चुका था। अर्शदीप पर उन्हें 10वें ओवर में भरोसा आया। जबकि इससे पहले शेल्डन कॉटरेल और मुजीब उर रहमान काफी महंगे साबित हो रहे थे। यदि राहुल ने रवि और अर्शदीप पर थोड़ा पहले भरोसा किया होता, तो चीजें अलग हो सकती थीं।
गेंदबाजी में पिछड़ने के बाद केएल राहुल ने 202 रन के लक्ष्य की शुरुआत भी अपेक्षाकृत धीमी की। आईपीएल में सबसे कम 14 गेंदों में अर्धशतक लगाने का रिकॉर्ड केएल राहुल के नाम है। ऐसे में उनसे कौन यह उम्मीद करेगा कि वह 16 गेंद में 11 रन बनाकर आउट हों। चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करने आए निकोलस पूरन ने तेज हाथ दिखाए और जीत की उम्मीद जगाई, लेकिन दूसरे छोर पर लगातार विकेट गिरते रन से उन पर दबाव बढ़ गया और वह राशिद खान की गेंद पर बाउंड्री बटोरने के चक्कर में कैच थमा बैठे।
राहुल ने भी मैच के बाद कहा, ‘जब आप पावर प्ले में इतने अधिक विकेट गंवाते हो तो मुश्किल होती है, विशेषकर तब जब आप छह बल्लेबाजों के साथ खेल रहे हो। मयंक (अग्रवाल) का रन आउट होना आदर्श शुरुआत नहीं थी, यह त्रासदी थी। इसके अलावा हमने जो भी शॉट खेले वे क्षेत्ररक्षकों के हाथों में गए।’