आईपीएल 2018 के लिए दिल्ली डेयरडेविल्स की टीम ने गौतम गंभीर को बड़ी ही उम्मीदों से अपने साथ जोड़ा था। लेकिन गंभीर का प्रदर्शन एक बल्लेबाज के तौर पर बेहद खराब रहा, जिस कारण 6 मैंचों के बाद ही गौतम गंभीर ने दिल्ली की कप्तानी छोड़ दी। गंभीर के बाद युवा श्रेयस अय्यर को दिल्ली की कप्तानी दी गई। आईपीएल के दौरान दिल्ली की टीम ने अपनी टीम में कई बदलाव किए, लेकिन कप्तानी छोड़ने के बाद गौतम गंभीर को टीम में जगह ही नहीं दी गई। बता दें कि गौतम गंभीर ने इस आईपीएल में 6 पारियों के दौरान सिर्फ 85 रन बनाए। ऐसे में अफवाहें उड़ी कि गौतम गंभीर क्रिकेट को अलविदा कह सकते हैं। हालांकि गौतम गंभीर ने सन्यास की अफवाहों को सिरे से नकार दिया है।
हिंदुस्तान टाइम्स के साथ एक बातचीत के दौरान गौतम गंभीर ने कहा कि ऐसी अफवाहें थी कि मैं क्रिकेट से रिटायर हो रहा हूं और दिल्ली और जिला क्रिकेट एसोसिएशन का चुनाव लड़ सकता हूं! लेकिन दोनों बाते सच नहीं हैं। मैं अभी भी खेलना चाहता हूं और अपनी टीम के लिए मैच जीतना चाहता हूं। फिलहाल मैं पारिवारिक कारणों से चंडीगढ़ में हूं और उसके बाद छुट्टियों पर जाऊंगा, लेकिन उससे पहले मैं बेसब्री से प्लेऑफ पर निगाह बनाए हुए हूं। गौतम गंभीर ने साफ करते हुए कहा कि दिल्ली की कप्तानी छोड़ने के बाद सभी मैचों से बाहर रहने का फैसला उनका नहीं था। दरअसल उन्हें टीम में ही नहीं चुना गया। आईपीएल में दिल्ली डेयरडेविल्स के खराब प्रदर्शन पर भी गौतम गंभीर ने अपनी राय जाहिर की।
गंभीर ने कहा कि बहुत से लोग मुझसे पूछते हैं कि दिल्ली डेयरडेविल्स से क्या गलती हुई, तो इसका सीधा सा सवाल है कि टीम के अहम खिलाड़ियों के चोटिल होने के कारण टीम को सही कॉम्बिनेशन नहीं मिल पाया, वहीं कुछ खिलाड़ी अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रहे। टीम अहम मौकों पर दबाव में अच्छा प्रदर्शन करने में नाकाम रही। इन्हीं कारणों के चलते दिल्ली डेयरडेविल्स का प्रदर्शन इस आईपीएल में खराब रहा। गंभीर ने कहा कि उनका मानना है कि गेंदबाज आपको मैच जिताते हैं, चाहे कोई भी फॉर्मेट हो और हमें इसकी कमी खली। बता दें कि इस सीजन दिल्ली से जुड़ने से पहले गौतम गंभीर कोलकाता नाइटराइडर्स की सफल कप्तानी कर चुके हैं और अपनी कप्तानी में कोलकाता को एक बार आईपीएल विजेता भी बना चुके हैं।