कहते हैं कि क्रिकेट अनिश्चतताओं का खेल है। खेल में जीत-हार को लेकर अनिश्चतता हमें आखिरकार रोमांचित ही करती है लेकिन भारतीय उपमहाद्वीप के इस सबसे लोकप्रिय खेल में ऐसी अनिश्चितताएं घट जाती हैं जिसका मलाला क्रिकेटप्रेमियों और खिलाड़ियों के दिल में हमेशा रह जाता है। चाहे वो भारतीय खिलाड़ी रमन लांबा हों या ऑस्ट्रेलियाई खिलाडी फिल ह्यूज, खेल के मैदान पर औचक लगी चोट के कारण असमय हमारे बीच नहीं रहे। बुधवार (तीन मई) को आईपीएल सीजन 10 के कोलकाता नाइट राइडर्स और राइजिंग पुणे सुपरजाएंगे के बीच भी एक ऐसा ही लम्हा आया जब मैदान पर मौजूद खिलाड़ियों और ईडन गार्डेन में मौजूद 59 हजार दर्शक की सांसें किसी अनहोनी की आशंका से पल भर के लिए थमी रह गईं।
राइजिंग पुणे सुपरजाएंट के कप्तान स्टीवन स्मिथ ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। गौतम गंभीर के नेतृत्व में खेल रही कोलकाता नाइट राइडर्स पुणे के सामने बड़े से बड़ा लक्ष्य रखने के लिए मैदान में उतरी। पुणे की तरफ से 18वां ओवर डेनियल क्रिस्चियन कर रहे थे। कोलकाता के नैथन कूल्टर-नाइल और सूर्यकुमार यादव पिच पर थे। 18वें ओवर की तीसरी गेंद खेलने के डेनियल के सामने थे गेंदबाज नाइल। तेज गेंदबाज ने डेनियल ने नाइल को चकमा देने के लिए 142 किलोमीटर की तेज रफ्तार से गेंद फेंकी। नाइल गेंद की तेज रफ्तार को भांप नहीं सके और अपनी रक्षा करने में विफल रहे। गेंद सीधे उनके हेलमेट की आंख के सामने लगी जाली पर जा लगी।
तेज रफ्तार गेंद लगते ही नाइल बेहाल हो गये। वो गेंद लगते ही अपने हाथों से सिर पकड़ कर पिच से दूर हटने लगे। उन्होंने जब हेलमेट हटाया तो उनकी एक आँख बंद नजर आ रही थी। जाहिर है उनकी आँख पर चोट लगी थी। कुछ समय तक तो वो अपनी आँखें खोल नहीं पा रहे थे। हेलमेट पर गेंद लगने से हुई दुर्घटनाएं शायद सभी खिलाड़ियों के जहन में होंगी। नाइल के चोटिल होते ही गेंदबाज डेनियल समेत सभी नजदीकी क्षेत्ररक्षक उनके पास आ गये। नाइल थोड़ी देर तक झुके रहे। कुछ पलों के लिए खचाखच भरे स्टेडियम में सन्नाटा छा गया।
खिलाड़ियों और दर्शकों ने राहत की सांस तब ली जब नाइल कुछ ही मिनट बाद फिर से खेलने के लिए तैयार हो गये। चोटिल होने से बचे नाइल ज्यादा देर पिच पर नहीं रह सके। 19वें ओवर की तीसरी गेंद पर ही छह रन के निजी स्कोर पर आउट हो गये। उनकी टीम कोलकाता ने 20 ओवर में आठ विकेट पर 155 रन बनाया।
156 रन के लक्ष्य का पीछा करने उतरे पुणे ने राहुल त्रिपाठी की आतिशी पारी की मदद से ये मैच छह गेंदें शेष रहते चार विकेट से जीत लिया। राहुल त्रिपाठी ने 52 गेंदों पर नौ चौकों और सात छक्कों की मदद से 93 रन बनाकर अपनी टीम की जीत पक्की की।
