England Women vs India Women 1st T20I: भारतीय महिला क्रिकेट टीम को 11 सितंबर 2022 की अलसुबह (भारतीय समयानुसार) टी20 इंटरनेशनल में इंग्लैंड के खिलाफ सबसे बड़ी हार (गेंदें शेष रहते हुए) झेलनी पड़ी। इंग्लैंड की महिलाओं ने टीम इंडिया को 42 गेंद शेष रहते 9 विकेट से हराया। इंग्लैंड की भारत के खिलाफ टी20 महिला इंटरनेशनल में विकेटों के लिहाज से यह दूसरी सबसे बड़ी जीत भी है।

मैच गंवाने के बाद भारतीय महिला क्रिकेट टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर ने कहा कि इंग्लैंड के खिलाफ पहले टी20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में उनकी टीम को नमी वाली परिस्थितियों में खेलने के लिए मजबूर किया गया। इस कारण उन्हें नौ विकेट से करारी हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम ने एक महीने पहले राष्ट्रमंडल खेलों के सेमीफाइनल में इंग्लैंड को हराया था, लेकिन टी20 सीरीज में उसकी शुरुआत अच्छी नहीं रही।

चेस्टर-ले-स्ट्रीट के रिवरसाइड ग्राउंड में खेले गए मैच में इंग्लैंड ने टॉस जीतकर गेंदबाजी का फैसला किया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 7 विकेट पर 132 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड ने 13 ओवर में सिर्फ एक विकेट के नुकसान पर 134 रन बनाकर मैच अपने नाम किया। इंग्लैंड की ओर से सोफिया डंकले ने 44 गेंद में 8 चौके और एक छक्के की मदद से नाबाद 61 रन बनाए। डैनियल वॉट ने 16 गेंद में 24 रन ठोके। एलिस कैपसे ने 3 चौके और 2 छक्के की मदद से 20 गेंद में 32 रन बनाकर नाबाद रहीं।

टी20 इंटरनेशनल में भारतीय महिला टीम की 4 सबसे बड़ी हार (गेंदें शेष रहने के लिहाज से)

टीमगेंदें शेषजीत का अंतरमैदानतारीख
ऑस्ट्रेलिया588 विकेटबिलरीके23-01-2011
ऑस्ट्रेलिया4610 विकेटविशाखापत्तनम22-03-2012
न्यूजीलैंड458 विकेटबेंगलुरु11-07-2015
इंग्लैंड429 विकेटचेस्टर-ले-स्ट्रीट10-09-2022

मैच के बाद हरमनप्रीत ने कहा, ‘हम उतने रन नहीं बना पाए जितनी हमें उम्मीद थी। मुझे लगता है परिस्थितियां खेलने के लिए पूरी तरह से अनुकूल नहीं थी। हमें ऐसी परिस्थितियों में खेलने के लिए मजबूर किया गया।’

भारतीय कप्तान ने हालांकि अपने साथी खिलाड़ियों की सराहना की और कहा कि नमी वाली परिस्थितियों के कारण वे किसी भी समय चोटिल हो सकती थी लेकिन इसके बावजूद टीम के प्रत्येक खिलाड़ी ने अपना सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।

हरमनप्रीत ने कहा, ‘जिस तरह से खिलाड़ियों ने अपनी तरफ से प्रयास किए उससे मैं खुश हूं, क्योंकि चोटिल होने का खतरा था लेकिन तब भी वह खेलने के लिए तैयार थी।’ उन्होंने कहा, ‘आप अपनी टीम में ऐसे ही खिलाड़ियों को चाहते हैं जो किसी भी तरह की परिस्थिति में रन बनाने के लिए तैयार हों और मुझे खुशी है कि हमने अपनी तरफ से सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।’

इंग्लैंड की पारी के दूसरे ओवर में स्पिनर राधा यादव चोटिल हो गईं जिससे भारत को एक गेंदबाज की कमी खली। हरमनप्रीत ने कहा, ‘मैं जानती थी कि परिस्थितियां क्रिकेट खेलने के लिए शत प्रतिशत सही नहीं है, लेकिन इसके बावजूद हमने प्रयास किए। मैं जानती थी कि मैदान काफी गीला है और चोटिल होने की संभावना है।’

उन्होंने कहा, ‘हमारी एक खिलाड़ी चोटिल भी हो गई और वह हमारी मुख्य गेंदबाज थी जिसकी हमें कमी खली। हमारे पास एक गेंदबाज कम था, इसके बावजूद हमने चुनौती पेश की।’

ये रहा मैच का लेखा-जोखा

इंग्लैंड की लेग स्पिनर सराह ग्लेन ने 4 ओवर में 23 रन देकर 4 विकेट लिए। उन्होंने शुरू से आखिर तक भारतीय बैटर्स को परेशानी में रखा। भारत की कोई बैटर टिककर नहीं खेल पाई। ऑलराउंडर दीप्ति शर्मा ने 29 गेंद पर सर्वाधिक 24 रन बनाए। स्मृति मंधाना ने 23 रन बनाए, जबकि कप्तान हरमनप्रीत कौर 15 गेंद पर 20 रन बनाने के बाद ग्लेन की गेंद पर बोल्ड हो गईं।

विकेटकीपर ऋचा घोष ने अच्छी शुरुआत की। उन्होंने 12 गेंद पर 16 रन बनाए, लेकिन वह इसे बड़ी पारी में तब्दील नहीं कर पाईं और मध्यम गति की गेंदबाज फ्रेया डेविस की गेंद पर कैच दे बैठीं। शेफाली वर्मा (14) और डी हेमलता (10) भी दोहरे अंक में पहुंची, लेकिन अपनी अच्छी शुरुआत का फायदा नहीं उठा पाईं।

अपेक्षाकृत छोटे लक्ष्य का पीछा करने उतरे इंग्लैंड ने धमाकेदार शुरुआत की। डंकले ने डैनियल वॉट के साथ केवल 6.2 ओवर में 60 रन की साझेदारी की। डंकले ने शुरू में ही विकेटकीपर को कैच दे दिया था, लेकिन गेंदबाज रेणुका सिंह नोबॉल कर बैठीं।

इसके बाद जब वह 15 रन पर थीं, तब शेफाली ने मिड ऑफ पर उनका आसान कैच छोड़ा। तब भी गेंदबाज रेणुका ही थीं। डंकले ने इसका फायदा उठाकर इस प्रारूप में अपना सर्वोच्च स्कोर बनाया। उन्होंने एलिस कैपसे के साथ दूसरे विकेट के लिए 74 रन की अटूट साझेदारी की।