लगातार चार हार के बावजूद विराट कोहली ने कहा कि भारतीय क्रिकेट टीम मानसिक रूप से कमजोर नहीं पड़ी है और वे ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कल होने वाले पांचवें और आखिरी वनडे मैच सहित दौरे के बाकी बचे चारों मैच जीतना चाहेंगे।

इस स्टार बल्लेबाज ने कहा कि भारतीय टीम का मनोबल पहले की तरह बढ़ा हुआ है। भारतीय टीम कल के पांचवें वनडे के बाद ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टी20 मैचों की सीरीज भी खेलेगा। कोहली ने मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘‘यदि हम मानसिक रूप से कमजोर पड़ जाते तो उन्हें कड़ी चुनौती नहीं दे पाते। हमें लक्ष्य का पीछा करते हुए अधिक तेजतर्रार होने की जरूरत है। यदि परिणाम भिन्न होता तो सवाल भी अलग होते और चर्चा भी भिन्न होती। लेकिन हम इन परिणामों का सम्मान करते हैं और ऑस्ट्रेलिया मुश्किल टीम है और वे अपनी परिस्थितियों को बेहतर समझते हैं। ’’

उन्होंने कहा, ‘‘वे घरेलू सरजमीं पर लगातार 18 मैच जीत चुके हैं। इसलिए हमें इस तरह की परिस्थितियों में थोड़े अधिक अनुभव की जरूरत है। हम सीखना चाहेंगे क्योंकि हम यहां का दौरा करते रहते हैं और हम यहां अच्छा प्रदर्शन करना चाहते हैं। ’’

कोहली ने कहा, ‘‘हमारा मनोबल वैसा ही है जैसा दो सप्ताह पहले यहां आने पर था। हर कोई अब भी अपनी तरफ से कड़ी मेहनत और प्रयास कर रहा है। हमारा मानना है कि चारों मैचों में हम किसी भी समय जीत दर्ज कर सकते हैं लेकिन हम ऐसा नहीं कर पाए। हमें कल फिर मैच खेलना है और फिर तीन टी20 मैच खेलने हैं। हम इन सभी मैचों को जीतकर दौरे का समापन करना चाहेंगे। इसलिए हम दो अलग अलग श्रृंखलाओं के बजाय इन चार मैचों पर ध्यान दे रहे हैं क्योंकि यदि हम यहां से अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो हम काफी बेहतर महसूस करेंगे। ’’

अब तक दौरे में दो शतक बनाने वाले कोहली का मानना है कि टीम महत्वपूर्ण क्षणों पर मौकों का फायदा उठाने में नाकाम रही. उन्होंने कहा, ‘‘हमने अब तक अच्छी क्रिकेट खेली है लेकिन हम महत्वपूर्ण क्षणों में मौकों का फायदा नहीं उठा पाए। अब भी मेरा मानना है कि हम मैदान पर काफी प्रतिस्पर्धी हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में मौकों का फायदा उठाना महत्वपूर्ण होता है और इस मामले में ऑस्ट्रेलिया ने हमसे बेहतर काम किया। यदि चारों मैचों पर आप गौर करो तो परिणाम किसी भी तरफ जा सकता था. ’’

कोहली ने कहा, ‘‘इस मामले में हम पीछे रहे. हम मैच को करीबी नहीं बना पाए और हमें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में इसे सीखना होगा। अगली बार मुझे पूरा विश्वास है कि ऐसा होगा. खिलाड़ियों को सीख लेनी होगी क्योंकि कोई भी विदेशों में अच्छा खेलकर मैच नहीं गंवाना चाहेगा। इससे अधिक निराशा होती है। यदि आप अच्छा नहीं खेल रहे हो तो फिर कहानी अलग होती है लेकिन जब आप अच्छी क्रिकेट खेल रहे होते हो तो फिर जीत दर्ज नहीं कर पाने पर अधिक निराशा होती है। ’’

भारतीय शीर्ष क्रम ने अच्छा प्रदर्शन किया है. रोहित शर्मा और कोहली ने दो-दो शतक जमाए हैं जबकि शिखर धवन ने भी एक शतक लगाया है. अंजिक्य रहाणे ने दो अर्धशतक बनाए हैं. इससे भारत लगभग हर मैच में 300 का स्कोर बनाने में सफल रहा. कोहली ने कहा, ‘‘निश्चित तौर पर ऑस्ट्रेलिया आकर हर बार 300 से अधिक का स्कोर बनाना. ऐसा पहले कभी एक सीरीज में नहीं हुआ जबकि कोई टीम लगातार इस स्कोर के करीब पहुंची हो. हारकर अच्छा नहीं लगता लेकिन हमें ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों को श्रेय देना चाहिए. वे मैदान की स्थिति, विकेट और परिस्थितियों से अच्छी तरह वाकिफ है.