भारतीय टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक को पता है कि एक टूर्नामेंट में खराब प्रदर्शन करना उन्हें टीम से बाहर कर सकता है लेकिन वह इस दवाब की स्थिति में शानदार प्रदर्शन के बूते भुनाना चाहते हैं। कार्तिक भारतीय क्रिकेट में लंबे समय से है लेकिन टीम में जगह पक्की करने में सफल नहीं हो सके। उन्हें नियमित खिलाड़ियों की गैर मौजूदगी में ही खेलने का मौका मिलता है। बांग्लादेश के खिलाफ खेले जाने वाले फाइनल से पहले उन्होंने कहा, ”मैं जिस स्थिति में हूं, मेरे लिए हर टूर्नामेंट जरूरी है। एक टूर्नामेंट में खराब प्रदर्शन के बाद मुझे बाहर किया जा सकता है। इसलिए मेरे लिये यह जरूरी है कि हर टूर्नामेंट में अपने खेल के शीर्ष पर रहूं और जितना बेहतर प्रदर्शन संभव हो उतना करूं। उन्होंने कहा, ”खुद पर दबाव है लेकिन मैं जहां हूं, मुझे दबाव की स्थिति सें निपटने में सक्षम होना चाहिए। इससे पीछे हटने या बहाना बनाने की जगह मुझे इस मौके का फायदा उठाना चाहिए। मुझे इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता कि मैं किस टूर्नामेंट में खेल रहा हूं, वो यह टूर्नामेंट हो, आईपीएल या इंग्लैंड के साथ सीरीज हो, मेरे लिए हर मैच अहम है।’’

कोलकाता नाइट राइडर्स ने दिनेश कार्तिक को 7.4 करोड़ रुपये में खरीदा । उन पर चेन्‍नई के अलावा मुंबई, केकेआर और राजस्‍थान ने भी बोली लगाई। कार्तिक की बेस प्राइस दो करोड़ रुपये थी । (फाइल फोटो)

भारतीय क्रिकेट में कड़ी प्रतिद्वंद्विता से रू- ब- रू कार्तिक ने कहा कि उन्हें हर मौके का फायदा उठाने की जरूरत है। उन्होंने कहा, ”मैं हर मैच में अच्छा करने की कोशिश कर रहा हूं। अभी मैं विश्व कप जितनी दूर नहीं देख रहा हूं। मेरे लिए अभी हर मैच जरूरी है और मैं सबमें अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने का प्रयास कर रहा हूं।” बांग्लादेश से होने वाले फाइनल के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि टीम उनकी चुनौती से निपटने के लिए तैयार है।

उन्होंने कहा, ”हर किसी को अपना प्रदर्शन दिखाने का मौका मिला है। छठे नंबर तक के बल्लेबाजों को मौका मिला है। टूर्नामेंट हर किसी के लिए अब तक अच्छा रहा है और मुझे लगता है कि हमने ठीक- ठाक प्रदर्शन किया है। फाइनल से पहले टीम ने खामियों को दूर किया है।

भारतीय टीम को फाइनल जीतने का दावेदार माना जा रहा है, लेकिन कार्तिक बांग्लादेश को हल्के में नहीं ले रहे। उन्होंने कहा, ”एक टीम के तौर पर उन्हें संघर्ष करने के लिए जाना जाता है। वे पूरी कोशिश करते है। उनकी टीम को टेस्ट की मान्यता मिले ज्यादा समय नहीं हुआ है और उन्होंने खेल के हर प्रारूप में अच्छा प्रदर्शन किया है।