इसी साल सितंबर-अक्टूबर में होने वाले एशियन गेम्स में भारतीय फुटबॉल टीम के हिस्सा लेने की संभावना ना के बराबर है, क्योंकि खेल मंत्रालय का पैमाना इसमें आड़े आ रहा है। खेल मंत्रालय ने कहा है कि जो टीमें एशियाई स्तर पर टॉप 8 की रैंक में होंगी उन्हें ही एशियन गेम्स के लिए भेजा जाएगा और फुटबॉल टीम 18वें स्थान पर है।

भारतीय टीम के कोच ने पीएम को लिखा खत

खेल मंत्रालय के इस पैमाने से आहत होकर फुटबॉल टीम के कोच इगोर स्टिमक ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को खत लिख दिया है, जिसमें उन्होंने पीएम मोदी और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर से एक भावुक अपील की है। ट्विटर पर शेयर किए इस खत में स्टिमक ने यह मांग की है कि भारतीय फुटबॉल टीम को भी एशियन गेम्स में भेजा जाए, क्योंकि टीम इस वक्त बेहतरीन प्रदर्शन कर रही है।

कोच ने किया पीएम और खेल मंत्री से निवेदन

ट्विटर पर शेयर किए खत के साथ इगोर स्टिमक ने कैप्शन में लिखा है प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी और खेल मंत्री अनुराग ठाकुर जी आपसे यह निवेदन है कि फुटबॉल टीम को एशियन गेम्स में शिरकत करने की अनुमति प्रदान की जाए। हम देश और तिरंगे के लिए लड़ने को तैयार हैं। जय हिंद। स्टिमक ने इस पोस्ट में पीएम मोदी और अनुराग ठाकुर को टैग भी किया है।

हमें आपके समर्थन की है जरूरत- भारतीय फुटबॉल कोच

इगोर स्टिमक ने अपनी पोस्ट में कहा है कि प्रधानमंत्री जी हमें एशियन गेम्स में भारतीय झंडे का प्रतिनिधित्व करने से रोक दिया गया है, हमने 2017 में अंडर-17 फीफा विश्व कप की मेजबानी की थी, तब से देश में अच्छे युवा खिलाड़ियों को तैयार करने में बड़ा निवेश किया गया था। आप खेल का हमेशा समर्थन करते हो, इसलिए मुझे यकीन है कि हमें आपका समर्थन प्राप्त होगा और भारत की प्रतिष्ठित फुटबॉल टीम इस प्रतियोगिता में शामिल होगी।

खेल मंत्रालय ने सेट किया है यह पैमाना

आपको बता दें कि भारतीय फुटबॉल टीम पिछली बार भी एशियन गेम्स के लिए नहीं भेजी गई थी। हाल ही में सैफ चैंपियनशिप का खिताब जीतने वाली भारतीय टीम इस वक्त एशियाई स्तर पर 18वें स्थान पर है और भारतीय खेल मंत्रालय ने यह पैमाना सेट किया है कि जो टीम एशियाई लेवल पर टॉप 8 रैंक में है उसी टीम को एशियन गेम्स के लिए भेजा जाएगा। खेल मंत्रालय का यही पैमाना फुटबॉल टीम को चीन जाने से रोक रहा है।