भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर-बल्लेबाज दिनेश कार्तिक बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी गेंद पर छक्का जड़ टीम को जीत दिला सुर्खियों में छाए हुए हैं। हालांकि, टीम के सीनियर खिलाड़ी कार्तिक को कई बार टीम से बाहर रहना पड़ा। एक रिपोर्ट के मुताबिक, कार्तिक ने भारतीय टीम में जितनी बार कमबैक किया है, दुनिया में शायद दूसरे किसी भी खिलाड़ी ने नहीं किया। साल 2004 से टेस्ट क्रिकेट खेल रहे कार्तिक ने इस प्रारूप में चार बार कमबैक किया है। वनडे प्रारूप की बात करें तो कार्तिक 13 बार टीम इंडिया में वापसी कर चुके हैं, जबकि टी20 में 6 बार वापसी की है। 14 साल के क्रिकेट करियर में कार्तिक ने महज 23 टेस्ट, 79 वनडे और 19 टी20 मैच खेले हैं। बता दें कि कार्तिक अपनी इस अहम पारी के बाद ऋषिकेश कानिटकर और जोगिंदर शर्मा जैसे खिलाड़ियों की श्रेणी में शामिल हो गए हैं, जिन्होंने बड़े टूर्नामेंटों के फाइनल में बहुत ही तनावपूर्ण स्थिति में टीम को जीत दिलाई।
कानिटकर ने पाकिस्तान के खिलाफ 1998 में ढाका में इंडिपेंडेंस कप के फाइनल में चौका लगाकर भारत को जीत दिलाई थी तो वहीं जोगिंदर शर्मा ने जोहानिसबर्ग में 2007 में टी20 विश्व कप के फाइनल में पाकिस्तान के कप्तान मिस्बाहउल हक का विकेट लेकर भारत को चैम्पियन बनाया था। छक्के से कार्तिक ने जावेद मियांदाद की याद भी ताजा कर दी, जिन्होंने शारजाह में भारत के खिलाफ आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर पाकिस्तान को जीत दिलाई थी।
वहीं, निदास ट्रॉफी में भारतीय टीम को जीत दिलाने के बाद उन्होंने बीसीसीआई डॉट टीवी से कहा, “यह कमाल का अहसास है। यह अनुभूति ऐसी है जो पूरे जीवन आपके साथ रहेगी।” उन्होंने कहा, “मेरे लिए पिछले एक साल का सफर शानदार रहा है और मैं इसका हिस्सा होकर काफी खुश हूं। हमने काफी मेहनत की थी और अंत में टूर्नामेंट जीतना हमारे लिए अच्छा है। मैं सहयोगी स्टाफ की मेहनत के लिए उनका शुक्रिया अदा करना चाहूंगा।” अंतिम दो ओवरों में रूबेल हुसैन और सौम्य सरकार की गेंदबाजी पर वह पहले ही शॉट मारने की स्थिति में आ जाते थे।
