भारत ने एशियन गेम्स में 107 मेडल हासिल किए लेकिन अब ये संख्या 106 हो सकती है। देश के बॉक्सर पर नियम तोड़ने का आरोप लगा है जिसके परिणामस्वरूप ये बॉक्सर न सिर्फ अपना मेडल खो सकता है बल्कि ऐसा होने पर वह पेरिस ओलंपिक कोटा से वंचित होगा। ये भारत के लिए बड़ा झटका है और साथ ही अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शर्मिंदा होने की वजह भी है।
भारतीय बॉक्सर पर लगा आरोप
भारत के पांच मुक्केबाजों ने एशियन गेम्स में मेडल जीता था। इसमें एक पुरुष और चार महिला मुक्केबाज शामिल थे। नरेंद्र बरवाल ने +92 किलोग्राम वर्ग में ब्रॉन्ज मेडल जीता था लेकिन वह ओलंपिक कोटा हासिल नहीं कर पाए थे। वहीं महिला वर्ग में निकहत जरीन, प्रीति पंवार, परवीन हुड्डा और लवलिना बोरगोहेन, सभी ने मेडल के साथ-साथ ओलंपिक कोटा हासिल किया।
वाडा के नियम का हुआ उल्लंघन
द ट्रिब्यून की खबर के मुताबिक भारतीय बॉक्सर अपने बारे में जरूरी जानकारी देने में चूक गया जो कि नियमों के मुताबिक काफी अहम है। रजिस्टर्ड टेस्टिंग पूल में शामिल खिलाड़ियों को हर तीन महीने में अपनी लोकेशन समेत कई जानकारियां देनी होती है। जब भी कोई खिलाड़ी लगातार तीन बार ये जानकारी न दे या फिर डोपिंग टेस्ट मिस करे तो इसे वाडा के नियमों का उल्लंघन माना जाता है।
विनेश फोगाट पर भी लग चुका है आरोप
भारतीय बॉक्सर आधिकारिक तौर पर जवाब देने की तैयारी में है। उम्मीद जताई जा रही है कि फैसला भारत के पक्ष में होगा। यह उल्लंघन एशियन गेम्स से पहले का था लेकिन फेडरेशन को इसके बारे में बाद में पता चला। इससे पहले भारतीय रेसलर विनेश फोगाट और पूजा ढांढा पर भी ये आरोप लग चुका है।