जिंबाब्वे के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज के लिए शनिवार को टीम इंडिया का ऐलान हुआ। खराब फॉर्म से विराट जूझ रहे विराट कोहली को टीम में नहीं चुना गया। टीम के नियमित कप्तान रोहित शर्मा, ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या, जसप्रीत बुमराह और रविंद्र जडेजा जैसे सीनियर खिलाड़ियों को आराम दिया गया है, लेकिन कोहली को आराम देने पर फैंस भड़क गए। वेस्टइंडीज दौरे पर भी उन्हें आराम दिया गया था। इसके बाद खबरें थीं कि उन्हें जिंबाब्वे दौरे के लिए चुना जाएगा। ऐसा नहीं होने पर सोशल मीडिया पर यूजर्स ने बीसीसीआई के प्रति गुस्सा जाहिर किया है। कई यूजर्स ने कहा कि आराम के बहाने उनको ड्रॉप कर दिया गया है।

एक यूजर ने लिखा कि अगर विराट कोहली को शामिल कर लिया होता तो हम 71वीं, 72वीं, 73वीं सेंचुरी सब देख लेते! बीसीसीआई ने एक बार फिर सब खराब कर दिया। एक अन्य यूजर ने लिखा कि विराट कोहली को टीम में जगह न देने के लिए बीसीसीआई को खुद पर शर्म आनी चाहिए, एशिया कप से पहले अभ्यास मैच की जरूरत है। एक ने लिखा कि विराट कोहली कहां है, फिर से बीसीसीआई की वही गलती, बीसीसीआई हमेशा कोहली के खिलाफ रहता है।

एक ने सवाल किया कि कोहली को आराम दिया गया है या उन्हे ड्रॉप कर दिया गया है? कोहली तो खेलने वाला था न? हां कोहली, राहुल को सीधे एशिया कप में खिलाना। कोहली स्क्वाड में क्यों नही हैं? एक अन्य यूजर ने लिखा कि विराट को शामिल कर लिए होते उसकी फॉर्म वापस लाने का सुनहरा मौका था। ये क्या है बे सब सीनियर खिलाड़ियों को रेस्ट ही कराते रहोगे क्या? एक अन्य यूजर ने कहा कि विराट कोहली को खिला लो भाई। विराट को यहां भी आराम। एक और यूजर ने लिखा कि कोहली को ड्रॉप कर दिया है गया है, कोई आराम का बहाना नहीं होना चाहिए।

वेस्टइंडीज दौरे के लिए भी कोहली को आराम देने पर क्रिकेट दिग्गजों ने सवाल उठाए थे। इसके अलावा उनका मानना है कि जिंबाब्वे दौरे पर कोहली अपनी पुरानी लय हासिल कर सकते थे। कोहली के बल्ले से नवंबर 2019 में बांग्लादेश के खिलाफ आखिरी शतक आया था। इसके बाद से उनकी फॉर्म गिरती चली गई। कोहली के पिछला इंग्लैंड दौरा भी खराब रहा।

जिंबाब्वे दौरे के लिए चुनी गई टीम

शिखर धवन (कप्तान), ऋतुराज गायकवाड़, शुभमन गिल, दीपक हुड्डा, राहुल त्रिपाठी, ईशान किशन (विकेटकीपर), संजू सैमसन (विकेटकीपर), वॉशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर, कुलदीप यादव, अक्षर पटेल, आवेश खान, प्रसिद्ध कृष्णा, मोहम्मद सिराज, दीपक चाहर।