टीम इंडिया 18 जुलाई से शुरू हो रहे वनडे के साथ श्रीलंका में अपने अभियान की शुरुआत करेगी। हेड कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान शिखर धवन के लिए सबसे बड़ी चिंता मेजबान के खिलाफ आदर्श प्लेइंग इलेवन का चयन करना होगा।

भारत के पास कई अनकैप्ड खिलाड़ी हैं और जो अपनी छाप छोड़ना चाहते हैं और आगामी टी20 विश्व कप टीम में अपनी जगह पक्की करना चाहते हैं। यह वजह प्लेइंग इलेवन को चुनने को कठिन बनाती है। यहां हमने पहले वनडे के लिए सर्वश्रेष्ठ संभावित एकादश चुनने की कोशिश की है।

शिखर धवन और पृथ्वी शॉ ओपनिंग कर सकते हैं। शिखर धवन टीम के कप्तान हैं। वह श्रीलंका के खिलाफ रन बनाना चाहेंगे। उनका एकदिवसीय मैचों में औसत 45 से अधिक है। वह इसमें सुधार करना चाहेंगे। उनका सलामी बल्लेबाज के रूप में सभी मैच खेलना निश्चित है। सीरीज में एक शतक से उनके टी20 विश्व कप में जगह बनाने की संभावना बढ़ जाएगी।

दूसरी ओर, पृथ्वी शॉ ने भी बतौर सलामी बल्लेबाज पहला वनडे खेलने के लिए पर्याप्त फॉर्म दिखाई है। उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में 800 से अधिक रन बनाए हैं। अगर वह 50 ओवर्स फॉर्मेट में चमकते हैं, तो उन्हें टी20 सीरीज के लिए भी मंजूरी मिल जाएगी।

पहले वनडे में सूर्यकुमार यादव और संजू सैमसन वनडे इंटरनेशनल में डेब्यू कर सकते हैं। सूर्यकुमार यादव ने अब तक तीन टी20 इंटरनेशनल मैच ही खेले हैं। हालांकि, मध्यक्रम में बल्लेबाजी करते हुए वह जो आत्मविश्वास दिखाते हैं, वह जबरदस्त है। ऐसा लग रहा है कि वह श्रीलंका के खिलाफ सभी छह मैच खेलेंगे। अगर वह अच्छा करता हैं तो टी20 सीरीज में उनकी जगह पक्की हो सकती है।

संजू सैमसन की बात करें तो इसमें कोई संदेह नहीं है कि वह देश के सबसे प्रतिभाशाली खिलाड़ियों में से एक हैं, लेकिन अंतरराष्ट्रीय स्तर पर वह अपनी छाप नहीं छोड़ पाए हैं। हालांकि, इस सीरीज में वह सभी वनडे में खेलते नजर आ सकते हैं।

मनीष पांडे के लिए यह आखिरी मौका हो सकता है। बेंगलुरु का यह बल्लेबाज कई वर्षों से हाशिये पर है, लेकिन उन्होंने लेकिन टीम में अपनी जगह पक्की करने के लिए कुछ खास नहीं किया है। टी20 वर्ल्ड कप की बात करें तो मनीष पांडे के लिए थोड़ी जल्दी होगी। उनकी किस्मत इस सीरीज पर टिकी हुई नजर आ रही है।

ऑलराउंडर्स में सभी की निगाहें छोटे भाई हार्दिक पंड्या पर होंगी। उनसे सीरीज में गेंदबाजी की उम्मीद की जाएगी। अगर वह गेंदबाजी विभाग में अपनी फिटनेस साबित करने में कामयाब हो जाते हैं, तो यह भारतीयों के लिए बहुत बड़ा प्रोत्साहन होगा। उनका श्रीलंका के खिलाफ सभी मैच खेलना तय है, लेकिन बहुत कुछ इस बात पर निर्भर करेगा कि प्रबंधन उनके वर्कलोड से कैसे निपटना चाहता है।

क्रुणाल ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज में अच्छा प्रदर्शन किया था। उन्हें अब तक जैसा है वैसा ही प्रदर्शन करते रहना होगा। वह भी सभी एकदिवसीय मैच खेलते दिख सकते हैं। उनकी मौजूदगी से टीम को अच्छा संतुलन मिलेगा।

तेज गेंदबाजों में भुवनेश्वर कुमार और नवदीप सैनी का प्लेइंग इलेवन का हिस्सा होना तय लग रहा है। चोटिल होने के बाद दोनों तेज गेंदबाज टीम में वापसी कर रहे हैं। टीम इंडिया के उपकप्तान भुवी के पास साबित करने के लिए एक मौका है। उनका उद्देश्य चयनकर्ताओं को प्रभावित करना और फिर से टेस्ट टीम में जगह बनाना होगा। वह यहां सभी मैच खेलते दिख रहे हैं। नवदीप सैनी ने प्रभावित किया है। उन्हें नियमित रूप से टीम में रहने के लिए विकेट लेने होंगे।

IND vs SL: पहले वनडे में धवन और पृथ्वी लगाएंगे शतक? कुलदीप के पास है यह गोल्डन चांस

स्पिन विभाग की जिम्मेदारी कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल के कंधों पर होगी। कुलदीप यादव के लिए यह सीरीज ज्यादा महत्वपूर्ण हो सकती है। उन्हें पिछले दो साल को भूलकर फिर से आत्मविश्वास हासिल करना होगा। अगर वह अपना आत्मविश्वास वापस पाने में सफल हो जाते हैं तो वह टी20 विश्व कप में गेम-चेंजर साबित हो सकते हैं।

जहां तक चहल की बात है तो उन्होंने अच्छी गेंदबाजी की है, लेकिन पिछली कुछ सीरीज में बदकिस्मत रहे हैं। अगर वह कुछ विकेट निकालने में सफल रहते हैं तो फिर से भारत की पहले पसंद के स्पिनर बन जाएंगे।

पहले वनडे के लिए भारत की संभावित प्लेइंग इलेवन: शिखर धवन, पृथ्वी शॉ, सूर्यकुमार यादव, मनीष पांडे, संजू सैमसन, हार्दिक पंड्या, कुणाल पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, नवदीप सैनी।