पूर्व भारतीय बल्लेबाज रॉबिन उथप्पा ने बुधवार 17 दिसंबर 2025 को भारत और साउथ अफ्रीका के बीच लखनऊ टी20 इंटरनेशनल मैच में बहुत ज्यादा कोहरे की वजह से लगभग तीन घंटे की देरी और छह इंस्पेक्शन के बाद मैच पदाधिकारियों की आलोचना की। बहुत ज्यादा कोहरे के कारण दृश्यता बहुत कम थी। इसमें सुधार नहीं होता देख आखिरकार मैच को रद्द कर दिया गया।

भारत बनाम साउथ अफ्रीका चौथे टी20 मैच के लिए शाम 6:30 बजे टॉस होना था, लेकिन कम विजिबिलिटी के कारण इसे टाल दिया गया। मैच पदाधिकारियों ने हर 30 मिनट के अंतराल पर छह बार हालात का जायजा लिया, लेकिन कोई सुधार होता नहीं दिखा। इसके बाद रात 9:30 बजे जायजा लेने के बाद मैच रद्द कर दिया गया। भारत में किसी इंटरनेशनल मैच में बहुत ज्यादा कोहरे की वजह से शायद ऐसा पहली बार हुआ है।

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भारत बनाम साउथ अफ्रीका मैच के लिए कमेंट्री कर रहे रॉबिन उथप्पा ने अंपायरों के टॉस में देरी करने के फैसले पर खुलकर अपनी राय रखी। रॉबिन उथप्पा ने JioHotstar पर कहा, ‘मैं असल में आपकी बात सुन भी नहीं रहा हूं, क्योंकि मैं अभी अंपायर के फैसले से बहुत हैरान हूं। उन्हें क्या लगता है कि जैसे-जैसे रात बढ़ेगी, हालात बेहतर होंगे?’

रॉबिन उथप्पा ने कहा, ‘हालात बेहतर नहीं होंगे, बल्कि और खराब ही होंगे। यह समझ से परे है। वे असल में क्या सोच रहे हैं। उन्हें क्या लगता है कि आधे घंटे में ऐसा क्या हो जाएगा जो पिछले डेढ़ घंटे में नहीं हुआ? यह बहुत भ्रमित करने वाला है। उन्होंने इसे आधा घंटा और देने का फैसला किया।’

रॉबिन उथप्पा ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा, ‘मैंने इससे भी खराब हालात में, बहुत ज्यादा कोहरे में फर्स्ट-क्लास मैच खेले हैं। यह उससे कहीं बेहतर है। मुझे नहीं लगता कि हालात बेहतर होंगे।’ यह पहली बार था जब दिसंबर में इकाना स्टेडियम में नाइट T20I मैच शेड्यूल किया गया था।

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भारतीय ऑलराउंडर हार्दिक पंड्या मास्क पहने मैदान में दिखे। जैसे-जैसे शाम ढलती गई, भीड़ स्टेडियम से बाहर निकलने लगी। कुछ नाराज फैंस ने रेलिंग के ऊपर से मैदान पर (काउ कॉर्नर के पास विशाल स्क्रीन के नीचे) कागज/प्लास्टिक की चीजें फेंककर अपनी नाराजगी जाहिर की।

कमेंट्री में रॉबिन उथप्पा के साथ शामिल हुए दक्षिण अफ्रीका के महान तेज गेंदबाज डेल स्टेन ने भी इस बात पर हैरानी जताई कि जब शाम ढलने के साथ कोहरा और घना होता जा रहा था, तो अंपायर हर जांच के दौरान देख क्या रहे थे?

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डेल स्टेन ने कहा, ‘मैं कहने वाला था कि मुझे अंपायरों में से किसी एक से बात करना अच्छा लगेगा। कभी-कभी वे कहते हैं कि 8:30 बजे एक और इंस्पेक्शन होगा, लेकिन मुझे सभी नियम नहीं पता जो वे देख रहे हैं। एक खिलाड़ी के तौर पर, आप बस गेम खेलते हैं।’

डेल स्टेन ने कहा, ‘यह जानना जानकारी भरा होगा कि वे क्या देख रहे हैं और क्या सोच रहे हैं। अगर वे फिर से पास से गुजरें तो हमें उन्हें पकड़कर उनसे क्लैरिटी मांगनी चाहिए। एक पूर्व खिलाड़ी के तौर पर, मुझे लगता है कि हम इसमें खेल सकते थे, लेकिन जाहिर है नियमों में कुछ ऐसा है जिसके बारे में मुझे पूरी जानकारी नहीं है।’

क्रिकेट में काउ कॉर्नर का अर्थ | सही हिंदी

क्रिकेट में काउ-कॉर्नर (Cow Corner) एक फील्डिंग पोजीशन है। इसका एरिया डीप मिड-विकेट और वाइड लॉन्ग-ऑन के बीच यानी यानी बल्लेबाज के लेग साइड में होता है। पारंपरिक क्रिकेट में इस एरिया में बल्लेबाज ज्यादा शॉट नहीं लगाते थे, इसलिए यह मानते हुए कि मैच के दौरान भी वहां गायें चर सकती हैं, इस जगह को मजाकिया तौर पर ‘काउ कॉर्नर’ कहा जाने लगा।

पुराने दौर में तकनीकी बल्लेबाज सीधे या कवर की दिशा में शॉट खेलना पसंद करते थे। लेग साइड में शॉट्स लगाना जोखिम भरा माना जाता था, लेकिन T20 क्रिकेट में ‘काउ कॉर्नर’ बेहद अहम इलाका हो गया है। सीमित ओवर किकेट में फील्डिंग पाबंदियों के कारण यह अक्सर खाली रहता है।

इस कारण रन बनाना आसान हो जाता है। मौजूदा दौर के बल्लेबाज खासकर पावर-हिटर, फ्लिक, स्लॉग और हेलिकॉप्टर शॉट के जरिये इस इलाके में बड़े-बड़े शॉट लगाते हैं। रोहित शर्मा, एमएस धोनी, सूर्यकुमार यादव और हार्दिक पंड्या जैसे खिलाड़ी काउ कॉर्नर में छक्के लगाने के लिए मशहूर हैं।