भारतीय कप्तान विराट कोहली का मानना है कि पिचों को लेकर होने वाली बहस उनकी समझ से परे है और दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ मौजूदा सीरीज में वह जान बूझकर इससे दूर ही रहे हैं। कोहली ने कहा कि मेरी समझ में नहीं आता कि भारत में विकेटों को लेकर इतना हल्ला क्यों मचाया जाता है। हमें इस तरह के विकेट पर खेलने से कोई परेशानी नहीं है। दोनों टीमें किसी खास विकेट पर खेलने को राजी नहीं हो तो यह क्रिकेट के अनुकूल नहीं है लेकिन हमें कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी टीम पिचों की स्थिति पर बात नहीं करती।
उन्होंने कहा कि हम पिच के बारे में बात नहीं करते। जिसे इस पर बात करनी हो, वह करे। हम इस आधार पर टीम संयोजन तय करेंगे कि पांच दिन तक पिच कैसी होगी। इस पर नहीं कि पहले दिन इसका कैसा रुख होगा। यहां की विकेट स्पिनरों की मददगार रहने की उम्मीद है जिस पर गेंद धीमी आएगी। कोहली ने संकेत दिया कि हालात को आकने के बाद अंतिम एकादश का चयन होगा। कोहली ने कहा कि टैस्ट टीम में हालात के अनुकूल दो हरफनमौला होने जरू री हैं। एक स्पिन हरफनमौला और दूसरा तेज गेंदबाज हरफनमौला। इससे टीम में संतुलन आता है और हम हालात के अनुसार टीम संयोजन तय करेंगे। मैं अभी उसका इंकशाफ नहीं करूंगा।
कोहली ने कहा कि पिछले दो टैस्ट में भले ही ज्यादा खेल नहीं हो सका लेकिन उनकी टीम पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा कि मोहाली में हम जीते लेकिन उसे काफी समय हो गया। बंगलुरु में जो हुआ, उस पर हमारा नियंत्रण नहीं था।आापको भारतीय टीम का श्रीलंका दौरा याद होगा जब 20 या 22 दिन के दौरे पर सिर्फ एक दिन क्रिकेट हो सका था।
उन्होंने यह भी कहा कि तीन साल पहले यहां इंग्लैंड के खिलाफ मैच से लेकर अब तक हालात काफी बदल चुके हैं। उन्होंने कहा कि हालात अलग हैं। उस सीरीज में हम 1-2 से पीछे थे और वह टैस्ट ड्रा रहा। विकेट से ज्यादा मदद नहीं मिली। उम्मीद है कि यह विकेट वैसा नहीं होगा क्योंकि वह काफी उबाऊ मैच था।