दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ गुरुवार को खेली जाने वाली छह मैचों की वनडे सीरीज से पहले भारतीय टीम के उपकप्तान रोहित शर्मा ने मंगलवार को कहा कि अब उनका पूरा फोकस इस सीरीज पर है। उन्होंने संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि लिमिटेड ओवर्स के मैचों में दो कदम आगे की सोच रखनी होती है। टीम इंडिया के हिटमैन कहे जाने वाले इस क्रिकेटर ने कहा, ‘वनडे मैचों में आपको दो कदम आगे का सोचना होता है। आप गेंदबाज पर दबाव बनाना चाहते हैं। बहुत से क्रिकेटर्स ऐसे हैं जो टेस्ट और वनडे को लेकर एक जैसा सोचते हैं, लेकिन मेरे लिए दोनों अलग हैं और आपको अपने दिमाग में इस बात को लेकर चलना होता है। हां तकनीक के स्तर पर दोनों एक जैसे ही हैं, लेकिन दोनों मैचों में शॉट सेलेक्शन अलग-अलग होते हैं। आपको खुद को बताने की जरूरत होती है कि टेस्ट और वनडे मैचों में आपको अलग-अलग शॉट्स खेलने हैं।’

रोहित शर्मा ने कहा, ‘मैं यहां खुद की बात कर रहा हूं। हर क्रिकेटर का अलग-अलग प्लान होता है, लेकिन जब आप टेस्ट क्रिकेट खेलते हैं तब आपके लिए स्थिति की विश्लेषण करना बहुत जरूरी हो जाता है। आपको समझना होता है कि खेल किस स्थिति में है। आपका एक शॉट पूरे मैच का रुख बदल सकता है।’

इसके अलावा उन्होंने बताया कि टीम इंडिया का पूरा फोकस अभी वनडे सीरीज पर है और टीम के दिमाग में 2019 विश्व कप की तैयारियां हैं। विश्व कप में 15 महीने से भी कम का समय बचा है। रोहित ने कहा कि टीम अपने विदेशी दौरों से सीखेगी और बड़े टूर्नामेंट के लिए तैयारी करेगी। रोहित ने संवाददाताओं से कहा, “मेरा मानना है कि सीरीज की शुरुआत 2019 विश्व कप को ध्यान में रखकर करना हमारे लिए अच्छा है। हम अब विदेशों में बहुत क्रिकेट खेलेंगे। हम इसे आगे ले जाएंगे और आगे बढ़ेंगे।” उन्होंने कहा, “हम अभी ज्यादा विश्व कप के बारे में नहीं सोच रहे हैं। लेकिन हमारे दिमाग में कहीं न कहीं यह बात है क्योंकि हम इस बात का पता लगा सकते हैं कि हम किस परिस्थति में कैसी प्रतिक्रिया देंगे।” उन्होंने कहा, “जहां तक हर खिलाड़ी की बात है उन्हें अपनी-अपनी जिम्मेदारियां मिल चुकी हैं। अभी विश्व कप में काफी लंबा समय बाकी है। अभी आधा साल बाकी है और कई मैच खेले जाने हैं। यह जरूरी है कि हर व्यक्ति किस तरह से सोचता है और वो क्या चाहता है।”

श्रीलंका के खिलाफ वनडे और टी-20 सीरीज में लाजबाव फॉर्म का प्रदर्शन करने वाले रोहित अफ्रीका के खिलाफ हाल में खेली गई टेस्ट सीरीज में अपनी उस फॉर्म को जारी नहीं रख सके थे। उन्हें शुरुआती दो टेस्ट मैचों के बाद तीसरे मैच में अंतिम एकादश में जगह नहीं मिली थी। उनसे जब पूछा गया कि क्या पांच दिन के प्रारुप में उन्हें अपनी तकनीक में बदलाव की जरूरत है। इस पर रोहित ने कहा, “ऐसा नहीं है कि मैंने टेस्ट क्रिकेट में ज्यादा नहीं किया। मैंने सभी प्रारुपों में बराबर मेहनत की है, लेकिन कई बार ऐसा होता है और कई बार नहीं होता। इसका मतलब यह नहीं है कि आपको ज्यादा चीजों में बदलाव करना पड़े।” वनडे में आने के बाद रोहित की कोशिश इस प्रारुप में अपनी टीम को जीत दिलाने की है।

उन्होंने कहा, “मैं टेस्ट क्रिकेट के बारे में ज्यादा बात नहीं करना चाहता हूं क्योंकि यह अब खत्म हो चुकी है। अब हमारे साथ में एक बड़ा काम है, हमें वनडे सीरीज जीतनी है। हर बल्लेबाज जो इस वनडे सीरीज में हिस्सा ले रहा है उसके हाथ में बड़ी जिम्मेदारी है। मैं वनडे सीरीज में अपना प्रभाव छोड़ना चाहता हूं।”