ICC World Cup 2019: भारतीय क्रिकेट टीम में पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रहते ऐसे बहुत कम अवसर आए जब डीआरएस का इस्तेमाल किया गया हो और वो गलत साबित हुआ। रविवार (16 जून, 2019) को आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के एक मुकाबले में पाकिस्तान के खिलाफ ऐसा ही कुछ हुआ जब धोनी के रहते भारत सही डीआरएस का इस्तेमाल नहीं कर पाया। दरअसल ऐसा तब हुआ जब भारत के लिए सर दर्द बनी फकर जमान और बाबर आजम की जोड़ी तोड़ने के लिए कप्तान विराट कोहली ने युजवेंद्र चहल को गेंद थमा दी।

चहल के 19वें ओवर की पांचवीं गेंद बाबर आजम के पैड पर जा लगी और उन्होंने एलबीडब्लयू की अपील की, मगर अंपायर ने आजम को नॉट आउट करार दिया। इस दौरान कोहली ने डीआरएस एक्सपर्ट धोनी से बात की और धोनी की सलाह पर कोहली डीआरएस नहीं लिया। खुद कोहली को लग रहा था कि गेंद बाबर आजम के पैड पर लगी थी मगर उन्होंने धोनी की सलाह मानी।

इसके बाद जब रिप्ले दिखाई दिया तो उसमें साफ था कि गेंद बाबर आजम के पैड पर लगी और वोट आउट थे। डीआरएस पर धोनी के अनुभव को देखते हुए इसका नाम धोनी रिव्यू सिस्टम तक रख दिया गया था। मगर पाकिस्तान के खिलाफ उनका अनुभव काम नहीं कर सका। खास बात है कि कोहली उस वक्त डीआरएस का इस्तेमाल किया होता तो 34 रन बनाकर पवेलियन लौट गए होते।

हालांकि इस गलती का भारत को ज्यादा नुकसान नहीं उठाना पड़ा और बाबर आजम 24वें ओवर में 48 के निजी स्कोर पर आउट हो गए। मगर 19वें ओवर में कोहली धोनी की बात ना मानते हुए डीआरएस लेते तो दूसरे विकेट के लिए पाकिस्तानी खिलाड़ियों की साझेदारी 104 रनों के लिए नहीं होती।