भारत और इंग्लैंड के बीच 5 मैच की सीरीज का पहला टेस्ट हार जीत के फैसले के बिना खत्म हो गया। एक समय इस मैच का नतीजा आना बिल्कुल तय लग रहा था, लेकिन बारिश के कारण आखिरी दिन एक भी गेंद का खेल नहीं हो पाया और मैच ड्रॉ पर छूट गया। इसके साथ ही नॉटिंघम में 86 साल बाद इतिहास दोहराया गया।

यही नहीं, इस बारिश ने साल 2013 में इंग्लैंड के बर्मिंघम में खेला गया चैंपियंस ट्रॉफी का फाइनल की यादें भी ताजा कर दीं। ट्रेंट ब्रिज के नॉटिंघम में पहला टेस्ट मैच जून 1899 में खेला गया था। तब से अब तक इस मैदान पर 64 टेस्ट मैच खेले जा चुके हैं। इन 122 साल के इतिहास में चौथी बार ऐसा हुआ है, जब किसी टेस्ट मैच का आखिरी दिन बिना एक भी गेंद फेंके बर्बाद हो गया हो। नॉटिंघम में सबसे पहले ऐसा 7 अगस्त 1912 को हुआ था। वह टेस्ट मैच ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका के बीच खेला गया था।

उसके बाद जून 1926 में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेली गई एशेज सीरीज के दौरान ऐसा हुआ। तब 14 और 15 जून दोनों दिन का खेल पूरी तरह बर्बाद हो गया था। नॉटिंघम में अब से पहले आखिरी बार 18 जून 1935 को इंग्लैंड और साउथ अफ्रीका के बीच खेले गए टेस्ट के आखिरी दिन एक भी गेंद नहीं फेंकी जा सकी थी।

उसके बाद से नॉटिंघम में ऐसा अब तक नहीं हुआ था, लेकिन 8 अगस्त 2021 को 86 साल पुराना इतिहास दोहराया गया। भारत और इंग्लैंड के बीच पहले टेस्ट के आखिरी दिन बारिश के कारण एक भी गेंद नहीं फेंक जा सकी।

बारिश 2013 चैंपियंस ट्रॉफी के फाइनल के दौरान भी विलेन बनी थी। हालांकि, तब मैच रद्द नहीं हुआ था और नतीजा भारत के पक्ष में गया था। वह फाइनल मैच 23 जून 2013 को बर्मिंघम में खेला गया था। इंग्लैंड ने टॉस जीता और क्षेत्ररक्षण चुना था। बारिश के कारण मैच को 50-50 की जगह 20-20 ओवर का किया गया।

इस कारण मैच शाम 04:20 बजे शुरू हुआ। भारत ने 20 ओवर में 7 विकेट पर 129 रन बनाए। लक्ष्य का पीछा करने उतरी इंग्लैंड 20 ओवर में 8 विकेट पर 124 रन ही बना पाई। इस तरह भारत ने वह मैच 5 रन से जीत लिया। इसके साथ ही उसने आखिरी और अंतिम आईसीसी चैंपियंस ट्रॉफी पर भी कब्जा कर लिया था।

खास यह है कि उस मैच में रविंद्र जडेजा प्लेयर ऑफ द मैच चुने गए थे। नॉटिंघम में भी रविंद्र जडेजा ने बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया है। नॉटिंघम में खेले गए मैच की बात करें तो लगातार बारिश के कारण भारत से इंग्लैंड के खिलाफ पहले टेस्ट में जीत का मौका छिन गया।

आठ अगस्त 2021 को मैच के 5वें और अंतिम दिन एक भी गेंद फेंके बिना दिन का खेल रद्द होने से दोनों टीमों को अंक बांटने पर बाध्य होना पड़ा। टीम इंडिया को अंतिम दिन जीत के लिए 157 रन और बनाने थे। उसके नौ विकेट गिरना शेष थे। खराब मौसम के कारण पहले टेस्ट में संभावित 450 ओवरों में से 250 से कुछ अधिक ओवर ही फेंके जा सके।