लंदन के केनिंग्टन ओवल मैदान पर चल रहे भारत और इंग्लैंड के बीच पांचवे टेस्ट मैच का पहला दिन भारतीय तेज गेंदबाजों के नाम रहा। एक वक्त बड़े स्कोर की तरफ जाती दिख रही इंग्लैंड की पारी एकदम से ताश के पत्तों की तरह ढह गई। एक वक्त एलिस्टर कुक जब क्रीज पर मौजूद थे और अपने आखिरी टेस्ट मैच में शतक की तरफ बढ़ रहे थे, तब इंग्लैंड का स्कोर 130 रनों पर एक विकेट था, लेकिन जैसे ही कुक आउट हुए तो इंग्लैंड की बल्लेबाजी एकदम से भरभराकर ढह गई। जिसके चलते टेस्ट मैच के पहले दिन इंग्लैंड का स्कोर 198 पर 7 हो गया है। इंग्लैंड को बैकफुट पर धकेलने में जसप्रीत बुमराह के एक ओवर का बहुत बड़ा हाथ रहा। दरअसल इस ओवर में बुमराह ने क्रीज पर जमे हुए एलिस्टर कुक और कप्तान जो रुट को वापस पेवेलियन भेजकर इंग्लैंड की टीम पर दबाव बना दिया। इस दबाव का ही नतीजा रहा कि इंग्लैंड की पारी अब सस्ते में निपटती दिखाई दे रही है।
बुमराह ने पहले 63वें ओवर की दूसरी गेंद पर एलिस्टर कुक को बोल्ड किया। वहीं इसी ओवर की 5वीं गेंद पर बुमराह ने रुट को एलबीडब्लू कर इंग्लैंड को करारा झटका दिया। बुमराह के अलावा इशांत शर्मा ने भी अच्छी गेंदबाजी की और 3 विकेट झटके। इशांत ने मोइन अली, जॉनी बेयरस्टो और सैम कुरेन को अपना शिकार बनाकर इंग्लैंड की पारी के मध्यक्रम को तहस-नहस कर दिया। इस सीरीज में अपना पहला टेस्ट मैच खेल रहे रविंद्र जडेजा ने भी 2 विकेट झटककर अपनी उपयोगिता साबित की। शमी पहले दिन कोई विकेट नहीं ले सके। वहीं अपना पहला टेस्ट खेल रहे हनुमा विहारी से कप्तान कोहली ने ज्यादा गेंदबाजी नहीं करायी और उन्हें सिर्फ 1 ओवर ही दिया गया।
— Gentlemen’s Game (@DRVcricket) September 7, 2018
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इस सीरीज में अभी तक भारतीय गेंदबाजों का प्रदर्शन काफी अच्छा रहा है। भारत भले ही टेस्ट सीरीज हार चुका है, लेकिन भारतीय तेज गेंदबाज इस सीरीज में असरदार रहे हैं। बता दें कि एक सीरीज में भारतीय तेज गेंदबाजों द्वारा सबसे ज्यादा विकेट लेने का रिकॉर्ड इस सीरीज में टूट जाएगा। अभी तक भारतीय पेसर मौजूदा सीरीज में कुल 58 विकेट ले चुके हैं। जिसमें इशांत ने 18, शमी ने 14, बुमराह ने 13, हार्दिक ने 10 और उमेश यादव ने 3 विकेट हासिल किए हैं। इससे पहले भारतीय तेज गेंदबाजों ने पाकिस्तान के खिलाफ साल 1979-80 में एक सीरीज में 58 विकेट हासिल किए थे। उस सीरीज में कपिल देव ने 32, करसन घावरी ने 15 और स्टुअर्ट बिन्नी ने 11 विकेट हासिल किए थे। 1991-92 में हुई ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज में भी भारतीय तेज गेंदबाजों ने 57 विकेट झटके थे। इसमें कपिल देव ने 25, प्रभाकर ने 19, श्रीनाथ ने 10 और बनर्जी ने 3 विकेट लिए थे।