भारतीय क्रिकेट टीम रविवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2003 का बदला नहीं ले सकी। वर्ल्ड कप के फाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया ने भारत को उसी के घर पर हराया। छह बार की वर्ल्ड चैंपियन ऑस्ट्रेलिया ने एक बार फिर ये साबित किया कि ये टीम चैंपियन क्यों है। भारत का ऑस्ट्रेलिया का वर्चस्व फिर साबित हुआ। ये वर्चस्व सिर्फ क्रिकेट में नहीं है बल्कि हर खेल में मौजूद है।
क्रिकेट में भारत पर पड़ता है ऑस्ट्रेलिया
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच वनडे फॉर्मेट में 151 मैच खेले गए हैं। इन 151 मैचों में भारत ने 57 और ऑस्ट्रेलिया 84 मैच जीते जबकि 10 मैचों का परिणाम नहीं निकला है।
टी20 की बात करें दोनों टीमों ने 26 मुकाबले खेले हैं जिसमें 15 भारत ने और 10 ऑस्ट्रेलिया ने जीते। टेस्ट में भी भारत पीछे नजर आता है। 107 टेस्ट मैच में से भारत ने 32 और ऑस्ट्रेलिया ने 45 मैच अपने नाम किए।
ओलंपिक में ऑस्ट्रेलिया है बहुत आगे
अब भारत कर लेते हैं ओलंपिक खेलों की। भारत ने अब तक 10 गोल्ड, 9 सिल्वर और 16 ब्रॉन्ज मेडल के साथ कुल 35 मेडल अपने नाम किया था। ऑस्ट्रेलिया भारत से काफी आगे है। उन्होंने 170 गोल्ड, 180 सिल्वर और 216 ब्रॉन्ज के साथ कुल 566 मेडल अपने नाम किए हैं।
हॉकी में भी है ऑस्ट्रेलिया का वर्चस्व
हॉकी भी एक ऐसा खेल है जहां ऑस्ट्रेलिया ने खुद को कई वर्ल्ड चैंपियन साबित किया है। पुरुष टीम की बात करें तो दोनों टीमों का 135 बार आमना सामना हुआ है। यहां भारत 24 मैच जीता है जबकि ऑस्ट्रेलिया 91 मुकाबले जीते। दोनों के बीच खेले गए 21 मुकाबले ड्रॉ भी रहे हैं।
फुटबॉल में भी ऑस्ट्रेलिया का दबदबा
फुटबॉल में दोनों टीमों का बहुत कम सामना हुआ है। इस सदी में दोनों केवल एक ही बार आमने-सामने आई हैं। 1938 में खेले गए पहले मुकाबले से लेकर अब तक सात बार दोनों का फुटबॉल मैदान पर सामना हुआ है। इसमें से भारत ने दो और ऑस्ट्रेलिया ने पांच मैच जीते हैं। वहीं एक मैच ड्रॉ रहा।