Ind vs Aus: भारतीय क्रिकेटर वाशिंगटन सुंदर ने 17 जनवरी 2021 को 110 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। वह ऑस्ट्रेलिया में 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले विदेशी बल्लेबाज बन गए हैं। यही नहीं वह डेब्यू टेस्ट मैच में अर्धशतक लगाने और कम से कम 3 विकेट लेने वाले 5वें भारतीय क्रिकेटर भी बने। उनसे पहले यह उपलब्धि हनुमा विहारी, सौरव गांगुली, दत्तू पडकर और अमर सिंह भी हासिल कर चुके हैं।

खास यह है कि पांचों भारतीयों का टेस्ट डेब्यू विदेशी मैदान पर हुआ था। हालांकि, डेब्यू टेस्ट की एक ही पारी में 50 से ज्यादा रन बनाने और 3 विकेट लेने की उपलब्धि तीन भारतीयों (वाशिंगटन सुंदर, हनुमा विहारी और दत्तू पडकर) के नाम ही दर्ज है। हनुमा विहारी ने सितंबर 2018, सौरव गांगुली ने जून 1996, दत्तू पडकर ने दिसंबर 1947 और अमर सिंह ने जून 1932 में टेस्ट डेब्यू किया था। अमर सिंह ने 1932 में लार्ड्स में इंग्लैंड के खिलाफ 9वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 51 रन बनाए थे। उन्होंने पहली और दूसरी पारी में 2-2 विकेट लिए थे। दत्तू पडकर ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सिडनी में 8वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 51 रन बनाए थे।

उन्होंने पहली पारी में 14 रन देकर 3 विकेट लिए थे। सौरव गांगुली ने लंदन में इंग्लैंड के खिलाफ तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 131 रन बनाए थे। वहीं, उन्होंने पहली पारी में 2 और दूसरी पारी में एक विकेट लिए थे। हनुमा विहारी ने इंग्लैंड में द ओवल में इंग्लैंड के खिलाफ मैच में छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 56 रन बनाए थे। वहीं उन्होंने दूसरी पारी में 37 रन देकर 3 विकेट लिए थे।

वाशिंगटन सुंदर ने सातवें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 144 गेंदों में 62 रन बनाए। वह डेब्यू टेस्ट में सातवें नंबर पर सबसे बड़ी पारी खेलने वाले चौथे भारतीय बल्लेबाज बन गए। उन्होंने 62 रन बनाते ही दिलावर हुसैन का 87 साल पुराना रिकॉर्ड तोड़ा। दिलावर हुसैन ने साल 1934 में इंग्लैंड के खिलाफ 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए 57 बनाए थे। इस मामले में शीर्ष पर राहुल द्रविड़ हैं। राहुल द्रविड़ ने 1996 में इंग्लैंड के खिलाफ इसी क्रम पर खेलते हुए 95 रनों की पारी खेली थी।

ऑस्ट्रेलिया में 7वें नंबर पर बल्लेबाजी करते हुए वाशिंगटन सुंदर सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज भी बने हैं। वाशिंगटन सुंदर से पहले 1911 में इंग्लैंड के फ्रैंक फोस्टर ने सिडनी में 56 रन बनाए थे। बता दें इस मैच में वाशिंगटन सुंदर और शार्दुल ठाकुर ने कपिल देव और मनोज प्रभाकर का 30 साल पुराना रिकॉर्ड भी तोड़ दिया। कपिल देव और मनोज प्रभाकर ने 1991 में 7वें विकेट के लिए 58 रन की साझेदारी की थी।सुंदर और शार्दुल ने रविवार को 7वें विकेट के लिए शतकीय साझेदारी कर इस रिकॉर्ड को तोड़ दिया।

भारत के 7वें और 8वें नंबर के बल्लेबाज ने टेस्ट की एक ही पारी में 38 साल बाद पचासा लगाया। वाशिंगटन सुंदर के अलावा शार्दुल ने 67 रन बनाए। इससे पहले 1982 में संदीप पाटिल (नाबाद 129 रन) और कपिल देव (65 रन) ने मैनचेस्टर में एक ही पारी में 50 या उससे ज्यादा रन बनाए थे।