Ind vs Aus 1st ODI: भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला वनडे मैच शुक्रवार यानी 27 नवंबर को तब थोड़ी देर के लिए रोकना पड़ा जब प्रदर्शनकारियों का एक समूह ‘नो $1बिलियन अडानी लोन’ का प्लेकार्ड लेकर सिडनी क्रिकेट ग्राउंड में घुस गए। इनमें से दो लोग तो मैच के सातवें ओवर के दौरान कार्डबोर्ड साइन लेकर मुख्य खेल क्षेत्र में घुस गए।
इन लोगों को मैदान और फिर स्टेडियम से बाहर निकालने में सुरक्षाकर्मियों को खासी मशक्कत करनी पड़ी। इस दौरान खिलाड़ी तथा अंपायर मैदान में यह सोचते हुए हतप्रभ थे कि यह सब क्या हो रहा है। प्रदर्शनकारियों ने टीशर्ट पहन रखी थी। उसके फ्रंट में स्टॉप अडाणी, स्टॉप कोल, टेक एक्शन जैसे नारे लिखे थे। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टॉप अडानी नाम के एक ग्रुप ने शुक्रवार को एक प्रेस रिलीज जारी की थी। उसमें भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) से अडानी को एक अरब ऑस्ट्रेलियाई डॉलर का लोन नहीं देने का अनुरोध किया गया था।
बता दें कि पिछले दिनों SBI द्वारा अडाणी ग्रुप को ऑस्ट्रेलिया में कोल माइनिंग (कोयला खनन) के लिए 5 हजार करोड़ रुपए का लोन देने की खबरें सामने आईं थीं। 17 नवंबर को मीडिया में छपी रिपोर्ट्स के मुताबिक, SBI अडाणी ग्रुप को ऑस्ट्रेलियाई कोल माइनिंग प्रोजेक्ट के लिए 1 बिलियन ऑस्ट्रेलियन डॉलर (करीब 5450 करोड़ रुपए) की रकम देगा।
यह रकम अडाणी इंटरप्राइजेज की ऑस्ट्रेलियन माइनिंग कंपनी ब्रेवस माइनिंग एंड रिसोर्सेज को दी जाएगी। रिपोर्ट्स के मुताबिक, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (SBI) और अडाणी ग्रुप के बीच लोन संबंधी बातचीत आखिरी दौर में है। इस पर बैंक अधिकारियों की कमेटी जल्द मंजूरी दे सकती है। इससे पहले सिटी बैंक, डॉयशे बैंक, रॉयल बैंक ऑफ स्कॉटलैंड, HSBC और बार्कलेज ने अडाणी ग्रुप को लोन देने से इनकार कर दिया था।
‘स्टॉप अडाणी’ मूवमेंट ऑस्ट्रेलिया में काफी चर्चित है। लोग अडाणी के प्रोजेक्ट को जलवायु परिवर्तन का दोषी मान रहे हैं। अडाणी ग्रुप ने ऑस्ट्रेलिया में करीब एक दशक बाद 2019 में 16 बिलियन डॉलर के कोल प्रोजेक्ट को हासिल किया है। इससे सालाना लगभग 6 करोड़ टन कोयले के उत्पादन का अनुमान है।
मालूम हो, सितंबर में ऑस्ट्रेलिया की विवादास्पद अडानी कोयला खदान ने पर्यावरण कार्यकर्ताओं के खिलाफ जीत दर्ज की थी। हालांकि, अडाणी ग्रुप ने कहा था की कि इस परियोजना के निर्माण के दौरान क्वींसलैंड राज्य में 1500 से ज्यादा लोगों को नौकरी दी गई।