अरुणाचल प्रदेश के तीन वुशू खिलाड़ियों को चीनी दूतावास से ‘स्टेपल वीजा’ जारी करने के कारण केंद्र सरकार ने पूरे दल को ही चीन के चेंगडू में शुरु होने वाले विश्व यूनिवर्सिटी खेलों में न भेजने का फैसला किया है। हालांकि अन्य खेलों के खिलाड़ी देश से रवाना हो गये हैं। केंद्र सरकार ने यह फैसला चीन के भेदभाव भरे कदम के विरोध में उठाया है।

अरुणाचल के तीन खिलाड़ियों को मिला स्टेपल वीजा

वुशू टीम ने 16 जुलाई को वीजा के लिए अप्लाई किया था। अरुणाचल के तीन खिलाड़ियों को छोड़कर बाकी सभी का वीजा समय पर आ गया था। इन तीनों खिलाड़ियों को फिर से एप्लीकेशन डालने को कहा गया था लेकिन बुधवार दोपहर को उन्हें स्टेपल वीजा मिला। गुरुवार सुबह पूरे दल को दिल्ली के आईजीआई हवाईअड्डे पर रोक दिया गया।

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागजी ने कहा, ‘चीन का यह हम फैसला स्वीकार नहीं कर सकते। हमारे पास विरोध जताने का पूरा हक है। हमने हमेशा यही कहा है कि भारतीय नागरिकों को वीजा देने में भेदभाव नहीं होना चाहिए। हमें पता चला है कि हमारे कुछ खिलाड़ियों को स्टेपल वीजा दिया गया है। यह हमें मंजूर नहीं है और हमने अपना विरोध जताया है।’

सरकार नहीं भेजेगी वुशू दल

वुशू फेडरेशन के अधिकारी ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया, ‘चीन के कदम के बाद सरकार ने फैसला किया है कि कोई भी वुशू खिलाड़ी इन खेलों में हिस्सा नहीं लेगा। इसी कारण जिन खिलाड़ियों के पास वीजा था वह भी गुरुवार सुबहर फ्लाइट में नहीं बैठे।’

आठ वुशु खिलाड़ियों और चार टीम अधिकारियों को गुरुवार को तड़के (सुबह एक बजे) आईजीआई हवाईअड्डे से चीन के लिये रवाना होना था लेकिन सरकार द्वारा सभी को रूकने के लिये कहा गया था। इसके बाद सरकार के फैसले के कारण इन सभी को जाने इन खेलों में हिस्सा लेने से मना कर दिया गया। विश्व यूनिवर्सिटी खेलों में वुशु स्पर्धा 29 जुलाई से तीन अगस्त तक होंगी।