भारत ने वेस्टइंडीज को दूसरे और अंतिम टेस्ट क्रिकेट मैच में रविवार को हैदराबाद में रिकाॅर्ड दस विकेट से हराकर दो मैचों की श्रृंखला में क्लीन स्वीप किया। इसी के साथ भारत ने एक नया रिकॉर्ड कायम कर ऑस्टेलिया की बराबरी कर ली है। अभी तक अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में ऑस्ट्रेलिया के नाम ही घरेलू मैदान में लगातार 10 टेस्ट मैच जीतने का रिकॉर्ड दर्ज था। ऑस्ट्रेलिया ने दो-दो बार यह रिकॉर्ड बनाए हैं, लेकिन भारत ने रविवार को वेस्टइंडीज को शिकस्त देकर पहली बार ये कारनामा किया। सत्र 1994-95 से लेकर 2000-01 के बीच ऑस्ट्रेलिया ने अपनी जमीन पर लगातार 10 टेस्ट सीरीज जीते। इसके बाद 2004 से लेकर 2008-09 के बीच दूसरी बार लगातर 10 टेस्ट जीतने का रिकॉर्ड दर्ज किया। भारत को 2012-13 के बाद घरेलू जमीन पर एक भी टेस्ट सीरीज में शिकस्त नहीं मिली है। हैदराबाद में मैच के तीसरे ही दिन वेस्टइंडीज के खिलाफ जीत के बार भारत ने भी ऑस्ट्रेलिया की रिकॉर्ड की बराबरी कर ली है।
खास बात यह है कि ऑस्ट्रेलिया की रिकॉर्ड की बराबरी करने वाले भारतीय टीम ने इस जीत अभियान की शुरुआत भी ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ही वर्ष 2012-13 में की थी। इसके बाद भारतीय टीम के जीत का परचम घरेलू मैदान पर लहाराता रहा। वर्ष 2013-14 में भारत ने वेस्टइंडीज को शिकस्त दी। वर्ष 2015-16 में साउथ अफ्रीका को हराया। इसी तरह वर्ष 2016-17 में न्यूजीलैंड, इंग्लैंड, बांग्लादेश और ऑस्ट्रेलिया की टीम को धूल चटाई। वर्ष 2017-18 में श्रीलंका की टीम को पराजित किया। वर्ष 2018 में अफगानिस्तान की टीम भारत से पराजित होकर वापस लौटी। वहीं, वर्ष 2018-19 में वेस्टइंडीज को हार मिली। इसी के साथ भारतीय टीम घरेलू मैदान पर लगातार 10 टेस्ट सीरीज जीतने में सफल रही।
बता दें कि दूसरे टेस्ट मैच में वेस्टइंडीज की टीम भारत को पहली पारी में 367 रन पर रोकने में सफल रही लेकिन इसके बाद उसके बल्लेबाज नहीं चले और उसकी टीम दूसरी पारी में 127 रन पर ढेर हो गयी। पहली पारी में 56 रन की बढ़त हासिल करने वाले भारत को इस तरह से 72 रन का लक्ष्य मिला। युवा पृथ्वी शॉ (नाबाद 33) और फार्म से जूझ रहे केएल राहुल (नाबाद 33) ने 16.1 ओवर में भारत का स्कोर बिना किसी नुकसान के 75 रन पर पहुंचाकर टीम को तीसरे दिन ही जीत दिलायी। अठारह साल 339 दिन के शॉ ने विजयी चौका लगाया। वह भारत की तरफ से विजयी रन बनाने वाले सबसे युवा खिलाड़ी बन गये हैं।
उमेश ने 45 रन देकर चार विकेट लिये और इस तरह से मैच में 133 रन देकर दस विकेट लेने में सफल रहे। वह कपिल देव और जवागल श्रीनाथ के बाद घरेलू सरजमीं पर मैच में दस या अधिक विकेट लेने वाले तीसरे भारतीय तेज गेंदबाज बन गये हैं। उमेश को दूसरी पारी में अन्य तीनों गेंदबाजों रविंद्र जडेजा (12 रन देकर तीन), रविचंद्रन अश्विन (24 रन देकर दो) और कुलदीप यादव (45 रन देकर एक) का अच्छा सहयोग मिला। टेस्ट क्रिकेट में यह आठवां अवसर है जबकि भारत दस विकेट से जीत दर्ज करने में सफल रहा। वेस्टइंडीज के खिलाफ उसने पहली बार यह उपलब्धि हासिल की। भारतीय टीम ने राजकोट में पहले टेस्ट मैच में भी पारी ओर 272 रन से रिकार्ड जीत दर्ज की थी। भारत ने घरेलू मैदान पर लगातार दस सीरीज जीतकर आस्ट्रेलियाई रिकाॅर्ड की बराबरी भी की।