जामनगर के राजघराने ने शुक्रवार (11 अक्टूबर) को ऐतिहासिक फैसला लेते हुए परिवार की गद्दी पूर्व भारतीय क्रिकेटर अजय जडेजा को सौंपने का ऐलान किया। जारी सूचना के अनुसार, मौजूदा राजघराने के मुखिया जाम साहब शत्रुसाल्यसिंहजी दिग्विजयसिंहजी जडेजा ने राजघराने से ताल्लुक रखने वाले अजय जडेजा को अपना उत्तराधिकारी घोषित किया है।

भारत के लिए 15 टेस्ट मैच और 196 वनडे खेलने वाले 53 वर्षीय जडेजा शाही जामनगर परिवार के वंशज हैं। उनका जन्म 1971 में जामनगर में हुआ था। इसे तब नवानगर के नाम से जाना जाता था। उनके पिता दौलतसिंहजी जडेजा शत्रुसाल्यासिंहजी के चचेरे भाई हैं, जिन्होंने शुक्रवार देर रात एक पत्र के माध्यम से यह घोषणा की।

पत्र में क्या गया?

शत्रुसाल्यासिंहजी ने पत्र में कहा, “ऐसा माना जाता है कि दशहरा का त्यौहार उस दिन मनाया जाता है जिस दिन पांडव वनवास पर विजयी होकर लौटे थे। इस शुभ दिन पर, मैंने अपनी दुविधा का समाधान कर लिया है, क्योंकि अजय जडेजा ने मेरे उत्तराधिकारी बनने का प्रस्ताव स्वीकार कर लिया है। मुझे पूरा विश्वास है कि अजय जडेजा जामनगर के लोगों के लिए आशीर्वाद साबित होंगे और समर्पण भाव से उनकी सेवा करेंगे। मैं उनका बहुत आभारी हूं।”

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जय जडेजा को अपना उत्तराधिकारी घोषित करने को लेकर शत्रुसाल्यसिंहजी दिग्विजयसिंहजी जडेजा का पत्र। (Twitter)

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रणजीतसिंहजी और दलीपसिंहजी के घराने से ताल्लुर रखते हैं अजय जडेजा

जामनगर के राजघराने का क्रिकेट से पुराना नाता है। केवल अजय जडेजा क्रिकेटर नहीं रहे हैं, बल्कि महाराज रणजीतसिंहजी और दलीपसिंहजी भी इस घराने से ताल्लुक रखते हैं। इनके नाम पर रणजी ट्रॉफी और दलीप ट्रॉफी होती है। साल 2000 में अजय जडेजा का नाम फीक्सिंग में आया था। उनपर 5 साल का बैन लगा था। इसके कारण उनका क्रिकेट करियर समाप्त हो गया। जडेजा 2023 वनडे वर्ल्ड कप के दौरान अफगानिस्तान के मेंटर थे। अफगानिस्तान की टीम ने शानदार प्रदर्शन किया था।