भारतीय टीम की एशिया कप 2025 के फाइनल में पाकिस्तान के खिलाफ जीत के तो चर्चे हैं ही। वहीं इस जीत के बाद प्रेजेंटेशन पर हुआ बवाल और भारत के बिना ट्रॉफी वाले सेलिब्रेशन ने भी खूब सुर्खियां बटोरी हैं। दरअसल टीम इंडिया ने मोहसिन नकवी से ट्रॉफी लेने से मना कर दिया था। इसके बाद भारतीय टीम को ट्रॉफी नहीं दी गई।

मगर भारतीय खिलाड़ियों के हौसले इस कदर बुलंद थे कि उन्होंने बिना ट्रॉफी के ही सेलिब्रेट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी। भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने रोहित शर्मा के 2024 टी20 वर्ल्ड कप जीत के बाद वाली स्टाइल में वॉक किया और सभी साथी खिलाड़ियों ने ट्रॉफी उठाने के मोमेंट को बिना ट्रॉफी के ही सेलिब्रेट कर लिया। मगर यह एक प्लानिंग थी और इसका मास्टरमाइंड भी एक खास भारतीय खिलाड़ी ही था।

किसने दिया बिना ट्रॉफी वाले सेलिब्रेशन का आइडिया?

आपको बता दें कि पंजाब किंग्स ने अपने ट्विटर हैंडल पर एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में अर्शदीप सिंह कप्तान सूर्यकुमार यादव को रोहित शर्मा वाली स्टाइल में वॉक करने को कहते हैं। इतना ही नहीं वह इस दौरान अपने कप्तान को वॉक के बाद ट्रॉफी उठाने की एक्टिंग करने का भी आइडिया देते हैं।

इस वीडियो को शेयर करते हुए पंजाब किंग्स ने अपने पोस्ट में लिखा भी कि अर्श पाजी (अर्शदीप सिंह) और उनके कंटेट आइडिया। यानी इस वीडियो से साफ पुष्टि हो रही है कि अर्शदीप ही इस बिना ट्रॉफी वाले सेलिब्रेशन के असली मास्टरमाइंड थे। वहीं फैंस भी पंजाब किंग्स के इस वीडियो पर अर्शदीप की जमकर तारीफ कर रहे हैं।

पाकिस्तान के जले पर छिड़का नमक

पाकिस्तान क्रिकेट टीम और उसके मैनेजमेंट को जहां पहले मैच से ही भारतीय टीम के हाथ ना मिलाने से मिर्ची लगी हुई थी। वहीं फाइनल के बाद जब टीम इंडिया ने मोहसिन नकवी के हाथों से मेडल और ट्रॉफी लेने से मना किया तो वह बौखला उठे थे। उसके बाद टीम इंडिया ने जिस तरह बिना ट्रॉफी के भी पोज किया और सेलिब्रेट किया, उससे उनके जले पर मानो और नमक छिड़क दिया हो। भारतीय टीम को भले ही ट्रॉफी ना मिली हो मगर भारतीय खेमे ने इस जीत को सेलिब्रेट करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।

भारतीय कप्तान सूर्यकुमार यादव ने भी ट्रॉफी विवाद को लेकर सोमवार को मीडिया से बात करते हुए अपनी राय रखी। उन्होंने एएनआई से बात करते हुए कहा, ‘मैं इसे कंट्रोवर्सी नहीं कहूंगा। अगर आप देखें कि लोगों ने किस तरह ट्रॉफी की तस्वीरें शेयर की हैं। रियल ट्रॉफी लेकिन वो है जब आप लोगों का दिल जीतते हैं। जिस तरह खिलाड़ी लोगों का विश्वास जीतते हैं। सपोर्ट स्टाफ जिस तरह काम करता है, यह है रियल ट्रॉफी। असली ट्रॉफी फील्ड पर दिखाया गया खिलाड़ियों का जज्बा और साहस है।’