India vs Bangladesh Day-Night Test: कोलकाता के ईडन गार्डंस स्टेडियम पर भारत और बांग्लादेश के बीच 2 मैच की सीरीज का आखिरी टेस्ट खेला जा रहा है। यह डे-नाइट टेस्ट है। दोनों ही टीमें पिंक बॉल (गुलाबी गेंद) से पहली बार टेस्ट मैच खेल रही हैं। अब तक के हुए मैच में बांग्लादेश के मुकाबले भारत का पलड़ा भारी है। बांग्लादेश की टीम बल्लेबाजी में जरा भी अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई है। दो दिन के खेल में 25 विकेट गिरे हैं, जिनमें से 16 बांग्लादेश के हैं। उसके 4 बल्लेबाज लिटन दास, नईम हसन, मोहम्मद मिथुन और महमूदुल्लाह घायल हो चुके हैं। लिटन दास और महमूदुल्लाह तो रिटायर्ड हर्ट भी हो चुके हैं। मिथुन खुशकिस्मत रहे कि उन्हें ज्यादा चोट नहीं लगी और वे टीम को अपना योगदान देने के लिए उपलब्ध हैं।

दूसरे दिन का खेल खत्म होने के बाद भारतीय बल्लेबाज चेतेश्वर पुजारा ने भी इस बात को स्वीकार किया कि पिंक बॉल से फ्लड लाइट की रोशनी में बल्लेबाजी करना आसान नहीं है। दोनों दिन जिस तरह बांग्लादेश के बल्लेबाज घायल हुए हैं, उसके बाद से डे-नाइट टेस्ट में इस्तेमाल की जा रही पिंक बॉल की विजबिलिटी (दृश्यता) को लेकर सवाल उठने लगे हैं। चार बल्लेबाजों के घायल होने के बाद मेहमान टीम को मैच गंवाने के साथ-साथ खिलाड़ियों की उपलब्धता को लेकर भी चिंता सताने लगी है।

शु्क्रवार को लिटन दास और नईम हसन के घायल होने पर बांग्लादेश की टीम concussion substitute के तौर पर मेहदी हसन मिर्जा और ताजुल इस्लाम को लाने के लिए मजूबर हुई। शनिवार इशांत शर्मा की गेंद मोहम्मद मिथुन के हेलमेट पर लगी। हालांकि, वे खुशकिस्मत रहे। उमेश यादव की एक लिफ्टर पर मुशफिकुर रहीम भी बच गए। लेकिन महमूदुल्लाह को रिटायर्ड हर्ट होकर पवेलियन लौटना पड़ा।

मैच के बाद भारत के शीर्षक्रम के बल्लेबाज पुजारा ने कहा, ‘मुझे लगता है कि खेल में पिंक बॉल और फ्लड लाइट की अहम भूमिका है। एक बल्लेबाज के लिए गेंद को बल्ले पर कलेक्ट करने आसान नहीं है। विशेषकर जब तेज गेंदबाज शॉर्ट गेंदें फेंके रहे हों। जहां तक मैं बल्लेबाजों को जानता हूं किसी ने फर्स्ट क्लास क्रिकेट में भी पिंक बॉल से नहीं खेला है। इसलिए यह आसान नहीं है।’

उन्होंने कहा, ‘पहले सेशन में बल्लेबाजी करना थोड़ा आसान था। रोशनी में गेंद थोड़ा ज्यादा ही स्विंग करने लगती है। सूरज की रोशनी में गेंद को देखना ज्यादा आसान होता है, फिर चाहे वह गुलाबी हो या लाल।’ पुजारा ने जोर देते हुए कहा, ‘मुझे नहीं लगता कि हमारे बल्लेबाजों को कोई टेक्निकल समस्या आ रही है।’