ऑस्ट्रेलिया में दो भारतवंशी पिछले 21 साल से टीम इंडिया के लिए ‘टेस्ट मैच’ खेल रहे हैं। इन दोनों के नाम राकेश जम्पाला और राघव भाटिया हैं। चौंकिए नहीं, ये दोनों भारतीय क्रिकेट टीम में कभी नहीं चुने गए, लेकिन इनका देशप्रेम ऑस्ट्रेलिया में भी बरकरार है। तभी तो पिछले 21 साल से ये दोनों ऑस्ट्रेलिया में भारत और कंगारू टीम के बीच खेले गए हर टेस्ट मैच में टीम इंडिया की हौसलाअफजाई करने पहुंचे हैं। ये दोनों हर दौरे पर करीब 15 हजार ऑस्ट्रेलियन डॉलर (करीब 8.5 लाख रुपए) खर्च करते हैं।

टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के मुताबिक, राकेश और राघव का यह सफर साल 1999 में एडिलेड के इसी मैदान से शुरू हुआ था, जहां भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच पहला पिंक-बॉल टेस्ट मैच खेला जा रहा है। तब ऑस्ट्रेलिया में इंडियन कम्युनिटी की संख्या बहुत ज्यादा नहीं थी, लेकिन 15 लोगों का एक समूह टीम इंडिया की हौसलाअफजाई के लिए मौजूद था। उन 15 लोगों में राघव और राकेश भी मौजूद थे। उन्होंने टीम इंडिया की ब्लू कलर की जर्सी पहन रखी थी। उनके अलावा और तीन लोग थे। इन पांचों लोगों की जर्सी पर INDIA लिखा हुआ था। राघव की जर्सी पर ‘I’ और राकेश की जर्सी पर ‘D’ लिखा हुआ था। वह मैच भारतीय टीम हार गई थी।

हालांकि, राकेश और राघव जानते थे कि ऐसा पहली बार नहीं है। उसके बाद से दोनों ने ऑस्ट्रेलिया में टीम इंडिया के हर टेस्ट मैच में हिस्सा लिया। इस टेस्ट मैच में भी वह मौजूद हैं। यह उनका 24वां टेस्ट मैच है। राघव ने बताया, ‘जिस जगह से यह सफर शुरू हुआ था, वहां होना शानदार अनुभव है।’ 38 साल के राकेश सिडनी में एक इन्वेस्टमेंट बैंकर हैं। 34 साल के राघव मेलबर्न में अपना पारिवारिक कारोबार चलाते हैं। दोनों ने बताया, ‘हर दौरे में हमारे करीब 15,000 ऑस्ट्रेलियन डॉलर (करीब 8,38,729 रुपए) खर्च होते हैं। इन रुपयों को हम खेल और उसके बाद जश्न मनाने पर खर्च करते हैं।’

इसमें महीनों की प्लानिंग होती है। एडिलेड दोनों का पसंदीदा बना हुआ है। राघव ने बताया, ‘यहीं एडिलेड में 2003 में राहुल द्रविड़ ने अपना दोहरा शतक लगाया था। हमने इसे स्वामी आर्मी का नाम दिया। हमें यह नाम पसंद आया और इसके साथ ही आगे बढ़ते रहे।’ अब स्वामी आर्मी (भारतीय क्रिकेट का एक फैन क्लब) के करीब 10 हजार सदस्य हैं। कभी-कभी हालात उग्र हो जाते थे। साल 2008 में हम दोनों को मैदान से बाहर तक कर दिया गया था। वह सिडनी का मैदान था। स्टीव बकनर कई विवादास्पद फैसलों के बाद भारत मैच हार गया। हम विरोध कर रहे थे। अचानक सिक्योरिटी आती है और हमें घेर लिया।