महिला विश्व कप 2025 का फाइनल मुकाबला भारत और साउथ अफ्रीका के बीच खेला जा रहा है। नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में खेले गए फाइनल मैच में साउथ अफ्रीका कि कप्तान लॉरा वोल्वार्ट ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी। भारतीय टीम ने पहले खेलते हुए 6 विकेट खोकर 298 रन बनाए। वहीं अगर आंकड़ों की बात करें तो भारत ने उस हिसाब से भारत ने पर्याप्त स्कोर बना लिया है।

महिला वर्ल्ड कप फाइनल की बात करें तो कभी भी इतना बड़ा स्कोर चेज नहीं हुआ है। खास बात यह है कि अभी तक 52 साल के महिला वर्ल्ड कप इतिहास में फाइनल में कभी भी 200 तक का स्कोर नहीं चेज हुआ है। अगर सबसे बड़े स्कोर की बात करें तो सिर्फ इससे पहले एक बार ही 300 रन से ज्यादा का स्कोर बना था। 2022 वर्ल्ड कप फाइनल में ऑस्ट्रेलिया ने इंग्लैंड के खिलाफ 356 रन बनाए थे।

ओवरऑल पुरुष व महिला वर्ल्ड कप फाइनल की बात करें तो सबसे बड़ा लक्ष्यस 275 का चेज हुआ है जो भारत ने 2011 वर्ल्ड कप में किया था। श्रीलंका के खिलाफ भारतीय टीम ने एमएस धोनी की कप्तानी में यह लक्ष्य हासिल करके दूसरा पुरुष वनडे वर्ल्ड कप जीता था। वहीं अगर पहले खेलने वाली टीम की बात करें तो छह में पांच बार टीम ने महिला वनडे वर्ल्ड कप फाइनल जीता है।

महिला वर्ल्ड कप फाइनल के सबसे सफल रन चेज

  • इंग्लैंड- 167 बनाम न्यूजीलैंड, 2009
  • ऑस्ट्रेलिया- 165 बनाम न्यूजीलैंड, 1997
  • ऑस्ट्रेलिया- 152 बनाम इंग्लैंड, 1982
  • ऑस्ट्रेलिया- 128 बनाम इंग्लैंड, 1988

क्या रहा भारतीय पारी का हाल?

भारतीय पारी की बात करें तो स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा ने टीम को अच्छी शुरुआत दिलाई थी और 104 रन की पार्टनरशिप की थी। स्मृति ने 45 और शेफाली ने 87 रनों की पारी खेली थी। उसके बाद जेमिमा रोड्रिग्स (24) और हरमनप्रीत कौर (20) कुछ खास नहीं कर पाईं। इसके बाद दीप्ति शर्मा ने पारी को संभाला और इस वर्ल्ड कप में तीसरा अर्धशतक लगाते हुए 58 गेंद पर 58 रन बनाए।

अंत में ऋचा घोष ने 24 गेंद पर 34 रन की उपयोगी पारी खेली लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम 300 का आंकड़ा नहीं छू पाई। हालांकि, यह स्कोर अगर इतिहास के लिहाज से देखें तो सेफ स्कोर है। मगर डी वाई पाटिल में पिछले मैच में भारत ने भी 339 रन चेज किए थे। ऐसे में भारतीय गेंदबाज अगर कमाल करते हैं तो महिला क्रिकेट टीम इतिहास रच सकती है। वहीं प्रोटियाज की नजरें भी पहले खिताब पर होंगी।