टीम इंडिया के तेज गेंदबाज दीपक चाहर ने छह महीने की चोट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शानदार वापसी की। उन्होंने गुरुवार को हरारे में पहले एकदिवसीय मैच में जिम्बाब्वे के खिलाफ 27 रन देकर 3 विकेट लिए। चाहर को इस प्रदर्शन के लिए ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ चुना गया। 30 वर्षीय खिलाड़ी ने खुलासा किया कि उन्होंने चोटिल होने से पहले इस तरह के प्रदर्शन के लिए काफी मेहनत की थी। यह पूछे जाने पर कि क्या वह उम्मीद कर रहे हैं कि इस प्रदर्शन से उन्हें टी 20 विश्व कप टीम में मौका मिल सकता है?
जवाब देते हुए दाएं हाथ के तेज गेंदबाज ने कहा, “मैं यह नहीं कह सकता कि मुझे चुना जाएगा या नहीं क्योंकि यह मेरे हाथ में नहीं है, लेकिन स्किल के हिसाब से मैंने बहुत काम किया है। हालांकि, टीम इंडिया के पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा का मानना है कि दीपक चाहर जिम्बाब्वे के खिलाफ एकदिवसीय सीरीज में अच्छे प्रदर्शन करके टी 20 विश्व कप टीम में जगह बना सकते हैं।
चोपड़ा ने कहा, ” टीम इंडिया ने विपक्षी टीम का सफाया कर दिया और प्लेयर ऑफ द मैच बिना किसी संदेह के दीपक चाहर हैं। उनका नाम एशिया कप के लिए चुनी गई टीम में नहीं है क्योंकि वह यहां वापसी कर रहे हैं, लेकिन चाहर अभी भी विश्व कप की दौड़ से बाहर नहीं हैं। दीपक चमके और वह चमक महसूस हुई। वह बहुत लंबे समय के बाद वापसी कर रहे हैं। दीपक चाहर के लिए यह सीरीज वर्ल्ड कप के नजरिए से बेहद अहम मानी जा रही है।”
चोपड़ा ने आगे कहा, “आप सोच रहे होंगे कि विश्व कप 20 ओवर का है और यह 50 ओवर का मैच है, तो इसमें कनेक्शन क्या है? कनेक्शन है, उन्होंने पिछले छह महीने से क्रिकेट नहीं खेला है और अभी खेल रहे हैं। अगर वह अच्छा प्रदर्शन करते हैं तो उनका नाम भी सूची में शामिल किया जाएगा। उनमें क्लास है। उनकी कलाई में आउटस्विंग और इनस्विंग गेंदबाजी करने का हुनर है। उनमें विकेट लेने वाली गेंद फेंकने की क्षमता और साहस है। जब वह ऐसा करते हैं, तो उन्हें चौके पड़के हैं, लेकिन वह विकेट भी लेते हैं। उन्होंने शुरुआत में ही तीन विकेट चटकाए। दीपक इज बैक, जो बहुत ही शानदार बात है।”
चाहर फरवरी 2022 के बाद मैदान से दूर थे। वह चोट के कारण पूरे आईपीएल 2022 और अन्य अंतरराष्ट्रीय मैच खेलने से चूक गए और उन्हें भारत के एशिया कप टीम में रिजर्व खिलाड़ी के तौर पर चुना गया है। उन्होंने अब तक खेले 20 टी20 अंतरराष्ट्रीय मैचों में 26 विकेट चटकाए हैं। नीचे के क्रम में बल्ले से योगदान करने की उनकी क्षमता उन्हें भारत के टी 20 विश्व कप टीम में सीम-गेंदबाजी के तौर पर अन्य दावेदारों पर बढ़त देती है।