वेस्टइंडीज के खिलाफ डोमिनिका टेस्ट में डेब्यू करने वाले यशस्वी जायसवाल ने मैच के दूसरे दिन शतक लगाया। जायसवाल दूसरे दिन का खेल खत्म होने तक 143 रन बना चुके थे। 21 साल का यह खिलाड़ी शतक लगाकर काफी भावुक हो गया। उन्होंने मैच के बाद इस पारी को अपने माता-पिता को समर्पित किया जिन्होंने मुश्किल सफर में कभी उनका साथ नहीं छोड़ा।

मैच के बाद जब जायसवाल से इस पारी को लेकर सवाल किया गया तो वह काफी भावुक नजर आए। उन्होंने उन सभी लोगों को याद किया जिनके कारण उनका क्रिकेट खेलने का सपना पूरा हुआ। यशस्वी ने अपने सफर को याद किया।

यशस्वी जायसवाल ने परिवार को किया याद

जायसवाल ने कहा, ‘मेरे लिए और मेरे परिवार के लिए यह भावुक पल था। उन लोगों के लिए भी जिन्होंने इस सफर में मेरा साथ दिया है। मेरा बहुत लंबा सफर रहा है। मैं सबको शुक्रिया कहना चाहता हूं जिन्होंने इस सफर में मेरी मदद की। मैं अपने मां-बाप को यह शतक समर्पित करना चाहता हूं। उनका बहुत बड़ा योगदान रहा है। बस भगवान है। ज्यादा नहीं बोलना चाहता हूं। यह शुरुआत है और आगे बस यही करना है।’

जायसवाल ने 215 गेंदों में जमाया शतक

यशस्वी जायसवाल जब दूसरे दिन बल्लेबाजी करने उतरे जो उनके नाम पर 40 रन थे। जायसवाल ने 104 गेंदों पहले अपना अर्धशतक पूरा किया। लंच ब्रेक तक उनके खाते में 62 रन आ चुके थे। इसके बाद उन्होंने 215 गेंदों में जाकर अपना शतक पूरा किया। वह टेस्ट डेब्यू में शतक लगाने वाले चौथे सबसे युवा बल्लेबाज हैं। वह पहले ऐसे भारतीय खिलाड़ी हैं जिन्होंने वेस्टइंडीज में पहले ही टेस्ट में शतक जमाया।