भारतीय टेस्ट क्रिकेट टीम के धाकड़ ओपनर यशस्वी जायसवाल लगातार शानदार प्रदर्शन करते आ रहे हैं। उन्होंने टेस्ट क्रिकेट में अपना 7वां शतक 47वीं पारी में पूरा कर लिया है। वेस्टइंडीज के खिलाफ जारी टेस्ट सीरीज के दूसरे मुकाबले के पहले दिन ही 23 वर्षीय भारतीय बल्लेबाज ने शतक लगाकर एक बड़ी उपलब्धि भी अपने नाम कर ली है। यशस्वी जायसवाल 24 साल से कम उम्र में सबसे ज्यादा टेस्ट शतक लगाने वाले भारतीय खिलाड़यों की लिस्ट में सचिन तेंदुलकर के बाद दूसरे खिलाड़ी हैं।
यशस्वी जायसवाल ने जुलाई 2023 में वेस्टइंडीज के खिलाफ ही अपना टेस्ट डेब्यू किया था। दो साल में ही वह इस लिस्ट का हिस्सा बन गए हैं। जबकि सचिन तेंदुलकर ने 16 साल की उम्र में डेब्यू किया था और 24 की उम्र से पहले उनके नाम 11 टेस्ट शतक दर्ज हो गए थे। जबकि सर डॉन ब्रैडमैन ने 12 और सर गैरफील्ड सोबर्स ने 9 टेस्ट शतक 24 से कम उम्र में लगा दिए थे। वहीं अगर भारत के लिए 24 से पहले की उम्र में सबसे ज्यादा टेस्ट शतक लगाने की बात करें तो यशस्वी इस लिस्ट में रवि शास्त्री (5), दिलीप वेंगसरकर (5) और मोहम्मद अजहरुद्दीन (4) से आगे हैं।
चार दिग्गजों के रिकॉर्ड को किया बराबर
वहीं यशस्वी ने अपने इस शतक के साथ चार खिलाड़ियों की बराबरी की है। इससे पहले 24 से कम उम्र में पाकिस्तान के जावेद मियांदाद, साउथ अफ्रीका के पूर्व कप्तान ग्रीम स्मिथ, इंग्लैंड के दिग्गज बल्लेबाज एलिस्टेयर कुक और न्यूजीलैंड के स्टार खिलाड़ी केन विलियम्सन ने भी 7-7 टेस्ट शतक लगाए थे। जबकि वह इस लिस्ट में कई बड़े खिलाड़ी जैसे एबी डिविलयर्स, वेस्टइंडीज के क्रेग ब्रेथवेट समेत कई दिग्गज नामों से आगे हैं।
यशस्वी ने किसे छोड़ा पीछे?
यशस्वी जायसवाल ने अपने 7वें टेस्ट शतक के साथ इस मामले में दिग्गज बल्लेबाज मोहम्मद अजहरुद्दीन को पीछे छोड़ दिया है। अजहर ने अपने टेस्ट करियर में 24 की उम्र तक 6 शतक टेस्ट क्रिकेट में लगाए थे। जबकि सुनील गावस्कर को यशस्वी पहले ही इस मामले में पीछे छोड़ चुके थे। सुनील गावस्कर ने टेस्ट क्रिकेट में 24 की उम्र से पहले 5 शतक लगाए थे। अब इस लिस्ट में यशस्वी से आगे सिर्फ सचिन तेंदुलकर हैं। दुनियाभर की बात करें तो भी सचिन टॉप पर हैं और दूसरे स्थान पर 13 शतक के साथ मौजूद हैं सर डॉन ब्रैडमैन।
सचिन और ब्रैडमैन को पीछे छोड़ना शायद यशस्वी के लिए अब नामुमकिन है। क्योंकि 28 दिसंबर 2025 को वह 24 साल के हो जाएंगे। उस बीच भारत को सिर्फ दो टेस्ट और साउथ अफ्रीका के खिलाफ खेलने हैं। अगर वह ज्यादा से ज्यादा हर पारी में भी शतक लगाएं तो वह 11 या 12 शतक तक ही पहुंच सकते हैं। जो कि बहुत मुश्किल है, लेकिन गैरी सोबर्स का रिकॉर्ड वह तोड़ सकते हैं।