टीम इंडिया को कैरेबियाई दौरे पर असुविधा का सामना करना पड़ा, जिसके कारण वह वेस्टइंडीज क्रिकेट बोर्ड (CWI) से नाराज है। तीसरे वनडे के बाद हार्दिक पांड्या ने इसे खुलेआम जाहिर कर दिया। उन्होंने बुनियादी सुविधाओं की कमी पर अफसोस जताया और कहा कि क्रिकेट वेस्टइंडीज को इस मुद्दे पर ध्यान देना चाहिए और समाधान करना चाहिए। रोहित शर्मा की अनुपस्थिति में हार्दिक की कप्तानी में भारत ने वेस्टइंडीज को 200 रनों से हराकर तीन मैचों की एकदिवसीय सीरीज 2-1 से जीत ली। उन्होंने 52 गेंदों में नाबाद 70 रन बनाए।

ब्रायन लारा स्टेडियम में मैच के बाद मंगलवार को हार्दिक पांड्या ने कहा, “यह सबसे अच्छे मैदानों में से एक है, जहां हम खेले हैं। उम्मीद है जब हम अगली बार वेस्टइंडीज आएंगे तो चीजें बेहतर होंगी। यात्रा करने से लेकर अन्य चीजें प्रबंधित करने तक पिछले साल भी कुछ अड़चनें आई थीं। मुझे लगता है कि अब समय आ गया है कि वेस्टइंडीज क्रिकेट किसी टीम के दौरे को लेकर इस पर ध्यान दे। हम लग्जरी सुविधाएं नहीं चाहते , लेकिन कम से कम बेसिक सुविधाएं तो मिलें। इसके अलावा यहां क्रिकेट खेलकर आनंद आया।”

फ्लाइट में देरी

भारतीय क्रिकेटरों ने फ्लाइट में देरी होने पर बीसीसीआई के सामने नाराजगी व्यक्त की थी। त्रिनिदाद से बारबाडोस के लिए देर रात की फ्लाइट उन्हें करीब चार घंटे की देरी से मिली थी, जिससे उन्हें एकदिवसीय सीरीज के पहले मैच से पहले सोने में दिक्कत का सामना करना पड़ा। अंतिम एकदिवसीय मैच की बात करें तो भारत पूरे मैच में हावी रहा। टीम ने पहले बल्लेबाजी का न्योता मिलने पर पांच विकेट पर 351 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया।

वेस्टइंडीज को 200 रन से हराया

शुभमन गिल ने 92 गेंदों में 85 रन बनाए और फॉर्म में चल रहे इशान किशन (64 गेंदों में 77 रन) के साथ मिलकर एक बड़े स्कोर के लिए मंच तैयार किया। संजू सैमसन (41 गेंदों में 51 रन) ने भी अच्छी बल्लेबाजी की। हार्दिक ने अपनी पारी में पांच छक्के और चार चौके लगाए। शार्दुल ठाकुर ने 4 और मुकेश कुमार ने 3 विकेट लेकर वेस्टइंडीज की कमर तोड़ दी। टीम 35.3 ओवर में 151 रन पर आउट हो गई। उसे 200 रन से हार का सामना किया।