वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में पहली बार नंबर 3 पर प्रमोट किए गए युवा बल्लेबाज शुभमन गिल के प्रदर्शन पर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। गिल ने सीरीज के 2 मैचों की 3 पारियों में 6,10 और 29 रन का स्कोर किया। वनडे 65.55 और टी20 में 40 से ज्यादा का औसत रखने वाले शुभमन गिल का 18 टेस्ट की 33 पारियों में बैटिंग औसत 32.2 का है।

टेस्ट में गिल के प्रदर्शन ने बढ़ाई चिंताएं

इसके अलावा शुभमन गिल भारत के लिए खेलते हुए तीनों फॉर्मेट में शतक लगाने वाले सबसे युवा भारतीय बल्लेबाज हैं, लेकिन इसके बावजूद भी वेस्टइंडीज सीरीज में उनका प्रदर्शन चर्चा का विषय रहा। शुभमन गिल ने पिछले एक साल के अंदर अपने खेल की बदौलत ही तीनों फॉर्मेट के लिए ना सिर्फ टीम में बल्कि प्लेइंग इलेवन में अपनी जगह पक्की की है, लेकिन वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में उनके प्रदर्शन ने चिंताएं बढ़ा दी हैं।

पूर्व भारतीय ओपनर ने बताई दो वजह

ऐसे में भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज और महिला क्रिकेट टीम के पूर्व कोच डब्ल्यूवी रमन ने दो पहलुओं की पहचान की है जो 23 साल के इस खिलाड़ी को क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मेट में पीछे धकेल सकते हैं। पहला है- विशेष रूप से अंदर आने वाली गेंदों के खिलाफ जल्दबाजी में लगाया गया शॉट। हालांकि, हाल ही में उन्होंने इसपर बेहतर तरीके से काम करना शुरू किया है, लेकिन पहले भी घर पर खेलते हुए कगिसो रबाडा, जेम्स एंडरसन और काइल जैमिसन के खिलाफ शुभमन गिल उसी पैटर्न पर आउट हुए हैं।

गिल को कहां दिक्कत आ रही है?

डब्ल्यूवी रमन ने कहा कि भारत में इन गेंदबाजों के खिलाफ शुभमन गिल का विकेट का पैटर्न वैसा ही रहा है जैसा कि वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज में दिखा। गिल अपने ट्रिगर मूवमेंट के कारण फंस गए। वह आगे की ओर झुकने में देर कर रहे हैं। फ्रंट फुट पर वजन का स्थानांतरण धीमा रहा है। इस कारण उन्हें शॉर्ट कवर पर फ्लाइंग ड्राइव मारने या उन्हें पीछे से मारने में परेशानी हो रही है। रमन का कहना है कि उनके साथ यह समस्या तब भी थी, जब वह आयु-समूह स्तर पर खेल रहे थे।

गिल को करना होगा यह काम

इसके अलावा डब्ल्यूवी रमन ने कहा कि कोई भी बल्लेबाज अगर क्रीज में 90 डिग्री के एंगल पर घूम जाता है तो उसे दाहिनी ओर से अंदर आती गेंद पर समस्या होना तय है। उन्होंने कहा कि गेंदबाज के सामने आपकी यह कमी ना आए इसके लिए आपको या तो क्रीज में मूवमेंट कम करना होगा या फिर गेंदबाज के रनअप से लेकर गेंद को छोड़ने तक अपना मूवमेंट छुपाना होगा। आपको यह समझने की कोशिश करनी होगी कि आपके लिए क्या बेहतर है।

शुभमन गिल ने भी पहले एक्सप्रेस के साथ बातचीत में अपनी इस समस्या पर काबू पाने की बात कही है। साइडवेज ट्रिगर मूवमेंट पर कंट्रोल रखने के लिए बल्लेबाजों को कुछ बातों का ध्यान रखना होता है। इसमें एक बात यह कि आपका कंधा गेंद की सीध में होना चाहिए, खेलते समय आपको थोड़ा साइड ऑन होना चाहिए। भले ही आपको पैर अच्छे से ना चल रहे हों, लेकिन अगर आप गेंद को खेलते हैं तो आपका मैनेजमेंट सही होना चाहिए।