वेस्टइंडीज के खिलाफ जब जुलाई में होने वाले दो मैचों की टेस्ट सीरीज के लिए जब शुक्रवार को भारतीय टीम का ऐलान किया गया उसके बाद सबसे ज्यादा चर्चा सरफराज खान के नाम पर हो रही है। सरफराज खान भारतीय टेस्ट टीम में मैन इन वेटिंग हैं और ये दावा उनके प्रदर्शन के आधार पर है। सरफराज खान को टेस्ट टीम में शामिल नहीं किए जाने के बाद सुनील गावस्कर ने भी साफ तौर पर कहा कि इतना शानदार प्रदर्शन करने के बाद भी जब उन्हें टीम में जगह नहीं दी गई तो क्या उन्हें रणजी ट्रॉफी में नहीं खेलना चाहिए।
सुनील गावस्कर ने ऐसे ही सरफराज खान का पक्ष नहीं लिया है। ऐसा सिर्फ इस वजह से है क्योंकि उन्होंने प्रदर्शन किया है और इस बार भी उनके प्रदर्शन को दरकिनार कर दिया गया। वेस्टइंडीज के खिलाफ टेस्ट सीरीज के लिए टीम इंडिया में दो नए बल्लेबाजों को शामिल किया गया जो यशस्वी जयसवाल और ऋतुराज गायकवाड़ हैं। फर्स्ट क्लास क्रिकेट में यशस्वी का बल्ला लगातार चल रहा है, लेकिन ऋतुराज का प्रदर्शन वैसा नहीं रहा है जैसा की सरफराज खान ने किया है।
जरा सरफराज खान के फर्स्ट क्लास क्रिकेट करियर पर निगाह डालते हैं तो उन्होंने रणजी ट्रॉफी सीजन 2019-20 में 9 पारियों में 154.6 की औसत से 928 रन बनाए थे जबकि 2020-21 सीजन में उन्होंने 122.7 की औसत से 9 पारियों में 982 रन बनाए थे। वहीं रणजी 2022 में 93 की औसत से उन्होंने 9 पारियों में 566 रन बनाए थे। यानी पिछले तीन सीजन से वो लगातार फर्स्ट क्लास क्रिकेट में प्रदर्शन कर रहे हैं तो वहीं ऋतुराज गायकवाड़ का फर्स्ट क्लास में औसत अब तक सिर्फ 42.19 की औसत से 1941 रन बनाए हैं।
सरफराज खान के फर्स्ट क्लास रिकॉर्ड के बारे में बात करें तो उन्होंने 37 मैचों की 54 पारियों में लगभग 80 यानी 79.65 की औसत के साथ 3505 रन बनाए हैं। उन्होंने 13 शतक और 9 अर्धशतक लगाए हैं साथ ही बेस्ट स्कोर नाबाद 301 रन रहा है यानी सरफराज खान बड़ी पारी खेलने में भी टेस्ट क्रिकेट में पूरी तरह से सक्षम हैं। यहां पर गावस्कर की एक बात गौर करने वाली है कि उन्हें टीम में जगह जरूर देनी चाहिए थी, बेशक उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं दो, लेकिन टीम के साथ रखो इससे उन्हें काफी सीखने को मिलेगा। वैसे ये बात भी सोचने के योग्य है कि फर्स्ट क्लास में कम औसत वाले टीम में जगह बनाने में कामयाब हो रहे हैं, लेकिन ज्यादा औसत वाले टीम से दूर हैं। क्या सच में ये फेयर चयन हो रहा है सवाल भारतीय चयनकर्ताओं पर उठना लाजिम है।