Ind vs WI: भारतीय क्रिकेट टीम को जुलाई में वेस्टइंडीज दौरे पर जाना है और इस दौरे पर टीम इंडिया को दो टेस्ट, तीन वनडे और पांच टी20 सीरीज खेलनी है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस दौरे के लिए उमेश यादव का चयन मुश्किल है तो वहीं कहा जा रहा है कि मोहम्मद शमी और मोहम्मद सिराज को आराम दिया जा सकता है। वहीं जसप्रीत बुमराह अपनी फिटनेस पर काम कर रहे हैं और वो चयन के लिए फिलहाल उपलब्ध नहीं हैं। ऐसी स्थिति में ये बड़ा सवाल है कि जब टीम के सारे सीनियर गेंदबाज वेस्टइंडीज दौरे पर नहीं होंगे तो भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण की अगुआई कौन करेगा।
अनुभवी गेंदबाजों को टीम से बाहर करना बन सकती है मुसीबत
इसमें कोई शक नहीं है कि टीम इंडिया के पास ना तो बल्लेबाजों की कमी है और ना ही गेंदबाजों की, लेकिन अनुभव सबसे बड़ी चीज है। मान लिया कि वेस्टइंडीज के दौरे पर अर्शदीप सिंह, उमरान मलिक, नवदीप सैनी, मुकेश कुमार, कुलदीप सेन जैसे तेज गेंदबाजों को आजमाया जा सकता है, लेकिन ज्यादा अनुभव नहीं होने की वजह से परेशानी खड़ी नहीं हो सकती है। भारत को वेस्टइंडीज के खिलाफ दो मैचों की टेस्ट सीरीज में हिस्सा लेना है जो वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 का हिस्सा है। यहां पर अगर भारत टीम टेस्ट सीरीज में जीत हासिल करती है तो उसके लिए फायदेमंद होगा, लेकिन अनुभवहीन तेज गेंदबाजों के भरोसे ऐसा करना क्या संभव हो पाएगा।
थोड़ी सी चूक वेस्टइंडीज में पड़ सकती है भारी
इसमें कोई शक नहीं है कि वेस्टइंडीज की टीम अपेक्षाकृत भारत के मुकाबले कमजोर है, लेकिन हम उनकी धरती पर खेलने जा रहे हैं और वहां पर थोड़ी सी चूक भी भारी पड़ सकती है। अगर भारतीय टीम वेस्टइंडीज में सीरीज गंवाती है तो इससे भारतीय क्रिकेट की साख पर सवाल उठ सकते हैं क्योंकि आप एक कमजोर टीम के खिलाफ सीरीज गंवाने की अपेक्षा नहीं कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में भारतीय थिंक टैंक को सोचने की जरूरत है कि वर्कलोड को ध्यान में रखते हुए किस तरह से अनुभवी गेंदबाजों के साथ नए गेंदबाजों को भी टीम में शामिल किया जाए।
वैसे वेस्टइंडीज दौरे के लिए भारतीय टीम का चयन जून के आखिर में किया जाएगा और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के बाद भारतीय खिलाड़ियों को इस दौरे के बीच तक लगभग एक महीने का आराम मिल जाएगा और खिलाड़ी पूरी तरह से तरोताजा हो जाएंगे। ऐसे में उम्मीद की जा सकती है कि शायद ही भारत के मुख्य पेस गेंदबाजों को आराम दिया जाए।