भारत के खिलाफ दिल्ली में दूसरे टेस्ट के दौरान फॉलोऑन के बाद वेस्टइंडीज ने दो सत्र अपने नाम किए हैं। जॉन कैंपबेल और शाई होप ने बेहतरीन बल्लेबाजी के कारण यह संभव हुआ। दोनों की 177 रनों की साझेदारी किया। अब भारत को दूसरी पारी में बल्लेबाजी करनी होगी। चौथे दिन पहले सत्र में कैंपबेल शतक बनाकर आउट हो गए, लेकिन शाई होप ने संघर्ष जारी रखा। उन्होंने रस्टन चेज के साथ मिलकर वेस्टइंडीज का स्कोर 270 के पार पहुंचा दिया।
कोटला में 2 सत्र से ज्यादा समय तक लंगर डालकर खड़े रहे होप ने भारत को विकेट के लिए तरसाया। उन्होंने अपने टेस्ट करियर का तीसरा शतक जड़ा और बड़ी उपलब्धि भी हासिल की। होप की पारी ने वेस्टइंडीज को शर्मसार होने से बचा लिया। एक समय कैरेबियाई टीम पर पारी की हार का खतरा मंडरा रहा था। होप 214 गेंद पर 103 रन बनाकर आउट हुए। मोहम्मद सिराज ने उनका विकेट लिया। वेस्टइंडीज का स्कोर 271 रन हो गया था और उसे 1 रन की बढ़त मिल गई थी।
जॉन कैंपबेल ने जड़ा करियर का पहला शतक, भारत में वेस्टइंडीज का 23 साल का सूखा खत्म
शाई होप के 2000 रन पूरे
शाई होप ने 8 साल बाद शतक जड़ा और टेस्ट करियर में 2000 रन भी पूरा कर लिए। इससे पहले उन्होंने 2017 में इंग्लैंड दौरे पर दोनों शतक जड़े थे। दोनों शतक उन्होंने एक ही टेस्ट में जड़ा था। होप की वेस्टइंडीज की टेस्ट टीम में 2025 में 4 साल बाद वापसी हुई। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ घरेलू सरजमीं पर 3 मैचों की सीरीज में कुछ खास प्रदर्शन नहीं कर पाए। भारत दौरे पर पहले टेस्ट में 26 और 1 रन बनाकर आउट हुए। दिल्ली टेस्ट की पहली पारी में 36 रन बनाकर आउट हुए थे। कुलदीप यादव ने उनका विकेट लिया था।
शाई होप का टेस्ट करियर
शाई होप के टेस्ट करियर की बात करें तो 43 मैच की 82 पारियों में उन्होंने 35.37 के औसत से 2005 रन बनाए हैं। उन्होंने 3 शतक और 5 अर्धशतक लगाए हैं। 147 उनका सर्वोच्च स्कोर है। होप ने 6 साल बाद टेस्ट में 50 से ज्यादा स्कोर किया। इससे पहले उन्होंने ऐसा 2019 में किया था। उन्होंने 57 रन की पारी खेली थी।