इंग्लैंड दौरे पर 5 मैचों की टेस्ट सीरीज में भारत के दिग्गज तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह केवल 3 मैच खेले थे। बुमराह के वर्कलोड मैनेजमेंट को लेकर काफी बहस हुई थी। खासकर तब जब ओवल में आखिरी टेस्ट से पहले भारत 1-2 से पीछे चल रहा था। बुमराह इस मैच में न खेलने के अलावा स्क्वाड से रिलीज हो गए थे। इसके बाद बुमराह की काफी आलोचना हुई और कहा गया वह कौन मैच खेलेंगे और कौन सा नहीं खेलेंगे यह चुनने की उन्हें छूट नहीं दी जानी चाहिए।

द इंडियन एक्सप्रेस के आइडिया एक्सेंज में ओवल टेस्ट के हीरो मोहम्मद सिराज से बुमराह के न खेलने को लेकर सवाल हुआ। इस पर सिराज ने बुमराह को पीठ की सर्जरी का हवाला देते हुए कहा कि ओवल में वह खेलते तो उनका करियर खत्म हो सकता था। भारतीय फैंस को समझना चाहिए कि बुमराह टीम की रीढ़ की तरह हैं। उन्होंने बेहतर फैसला लिया।

सिराज ने क्या कहा?

बुमराह भाई बाहरी राय की परवाह नहीं करते। उनकी पीठ में गंभीर चोट थी और एक बड़ी सर्जरी भी हुई थी। अगर उन्होंने उस मैच में गेंदबाजी की होती और चोट उभर जाती तो क्या पता वह फिर कभी दोबारा गेंदबाजी कर पाते या नहीं। यह इतनी गंभीर है। वह चोट बहुत गंभीर है। उनका गेंदबाजी एक्शन बहुत मुश्किल है। वह भारत के लिए एक महत्वपूर्ण गेंदबाज हैं और एशिया कप से लेकर अगले साल होने वाले विश्व कप तक उनकी उपलब्धता बहुत महत्वपूर्ण है। भारतीय प्रशंसकों को यह समझना चाहिए कि वह टीम की रीढ़ हैं और निश्चिंत रहें कि जब भी संभव होगा वह जरूर खेलेंगे। जस्सी भाई ने एकदम सही फैसला लिया।

चैंपियंस ट्रॉफी नहीं खेल पाए थे जसप्रीत बुमराह

जसप्रीत बुमराह को साल की शुरुआत में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पीठ में दिक्कत हो गई थी। इसके कारण वह कुछ समय तक मैदान से दूर रहे। वह चैंपियंस ट्रॉफी में नहीं खेल पाए। इंडियन प्रीमियर लीग 2025 (IPL 2025) में शुरुआत कुछ मुकाबले में नहीं खेलने के बाद मुंबई इंडियंस को 12 मुकाबलों में जसप्रीत बुमराह की सेवाएं मिलीं। इसके बाद इंग्लैंड दौरे पर वह केवल 3 टेस्ट खेले। फिर एशिया कप में भारत की विजयी अभियान का हिस्सा रहे। वेस्टइंडीज के खिलाफ 2 मैचों की टेस्ट सीरीज में भी वह भारतीय टीम का हिस्सा हैं। अहमदाबाद में पहले टेस्ट में वह खेले। संभवत: दिल्ली में दूसरे टेस्ट में भी खेलते दिखेंगे।