टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज संजू सैमसन को वेस्टइंडीज के खिलाफ पहले वनडे मैच में इशान किशन पर तरजीह दी गी। हालांकि, उन्होंने बल्ले से ज्यादा कुछ नहीं किया, लेकिन पूरे मैच खासकर आखिरी ओवर में बेहतरीन विकेटकीपिंग करके अपने चयन को सही ठहराया। आखिरी ओवर में वेस्टइंडीज को जीत के लिए 15 रनों की जरूरत थी। रोमारियो शेफर्ड 21 गेंदों पर 31 और अकिल होसेन 30 गेंदों पर 32 रन बनाकर क्रीज पर थे।
शिखर धवन ने मोहम्मद सिराज को आखिरी ओवर में गेंद थमाई। तीसरी गेंद पर शेफर्ड ने चौका लगा दिया और इसके बाद दाएं हाथ का गेंदबाज दबाव में आ गया। अगली गेंद पर दो रन आए। जीत के लिए मेजबान टीम को 2 गेंदों पर 8 रनों की जरूरत थी और सिराज ने लेग साइड से काफी बाहर गेंद फेंक दी। इससे भारतीय फैंस की दिल धड़कने बढ़ गईं थी, लेकिन सैमसन ने फुल लेंथ डाइव लगाकर बाउंड्री बचा ली।
अगर चौका बाउंड्री लाइन के बाहर जाती तो कैरेबियाई टीम को 5 रन मिलते और गेंद भी नहीं गिनी जाती। इसके बाद जीत के लिए 2 गेंदों में 3 रनों की जरूरत होती, जिसे आसानी से शेफर्ड और होसेन की जोड़ी हासिल कर लेती। सैमसन के चौका बचाने के बाद अगली दो गेंदों पर केवल 3 रन बने। टीम इंडिया 3 रनों से मैच जीत गई।
टीम इंडिया के पूर्व ओपनर आकाश चोपड़ा ने संजू सैमसन द्वारा चौका बचाने को मैच का अंतर बताया। उन्होंने कहा कि वह 100 प्रतिशत बाउंड्री होती और मैच वेस्टइंडीज के नाम हो जाता। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए ओपनर शिखर धवन की 97 और शुभमन गिल की 64 रनों की पारी की मदद से बड़ा स्कोर खड़ा किया। इसके अलावा श्रेयस अय्यर ने 54 रनों की पारी खेली।
टीम इंडिया ने 50 ओवर में 7 विकेट पर 308 रन बनाए। वेस्टइंडीज ने 309 रनों के लक्ष्य के जवाब में काइल मेयर्स 75, शेरमाह ब्रूकस 46 और ब्रेंडन किंग 54 की पारी की मदद से 6 विकेट पर 305 रन बनाए। अकिल होसेन 32 और रोमारियो शेफर्ड 39 रन बनाकर नाबाद रहे। टीम इंडिया के लिए मोहम्मद सिराज, प्रसिद्ध कृष्णा और युजवेंद्र चहल ने 2-2 विकेट लिए।