तनिष्क वैदी। पिछले साल ऑस्ट्रेलिया में टी20 विश्व कप में पर्थ में साउथ अफ्रीका के खिलाफ सूर्यकुमार यादव की 40 गेंद में 68 रन की पारी ने टूर्नामेंट में धूम मचा दी थी। हालांकि, भारतीय टीम वह मैच हार गई, लेकिन साउथ अफ्रीकी तेज गेंदबाजों के खिलाफ सूर्या के कुछ शॉट्स ने पूर्व खिलाड़ियों को भी चौंकने पर मजबूर कर दिया।

तेज गेंदबाज लुंगी एनगिडी की अंदर आती गेंद पर ओवर द विकेट से फेंके गए उनके सहज ऑफ-द-हिप से छक्के ने प्रशंसकों और विशेषज्ञों दोनों को आश्चर्यचकित कर दिया। लोगों के लिए कौतूहल है कि वह ऐसा कैसे कर पाते हैं?

कलाई की जादूगिरी, टाइमिंग और इंटेंस एंटिसपेशन को इस तरह के शॉट्स का कारण माना गया। हालांकि, कहानी में और भी बहुत कुछ है। वर्तमान में भारतीय टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव इस सप्ताह के अंत में शुरू होने वाली तीन मैच की सीरीज में उन्हीं विरोधियों से भिड़ेंगे। ऐसे में फिर से सूर्यकुमार को ऐसे ही शॉट्स लगाते हुए देखने को मिल सकता है।

बेसबॉल में इस्तेमाल प्रैक्टिस टैक्टिस और बायोमैकेनिक्स से सीखा

पावर-हिटिंग एक्सपर्ट जूलियन वुड ने बहस में एक और लेयर जोड़ दी है। अमेरिका में काम करते समय जूलियन वुड ने बेसबॉल में इस्तेमाल की जाने वाली प्रशिक्षण विधियों और बायोमैकेनिक्स रिसर्च से काफी कुछ सीखा। वह कई काउंटी टीमों और फ्रेंचाइजी टीमों से जुड़े रहे हैं। वह बल्लेबाजों को छक्के मारने के विज्ञान को समझाने में मदद करते हैं।

इंग्लैंड के पूर्व कोच एंडी फ्लॉवर कहते हैं, ‘बायोमैकेनिक्स से लेकर बेसबॉल के सिद्धांतों तक और गेंद को जोर से दूर तक मारने की खुशी तक, जूलियन बल्लेबाजों और कोचों के लिए तेजी से विकसित होने वाले खेल में सबसे आगे है। द इंडियन एक्सप्रेस से बात करते हुए सूर्यकुमार के इनोवेटिव स्ट्रोक-मेकिंग के बारे में बात करते समय जूलियन वुड जिस पहली चीज का उल्लेख करते हैं वह ‘एंगल’ है।

इंग्लैंड के पूर्व ऑलराउंडर जूलियन वुड ने कहा, ‘जब वह गेंद को विकेट के पीछे मार रहे होते हैं तो वह कोण का शानदार ढंग से इस्तेमाल कर रहे होते हैं। वह ऐसी स्थिति में आ जाते हैं जहां वह एंगल का इस्तेमाल कर सकते हैं। वह बस गेंद के साथ जाते हैं। वह बस यही कर रहे हैं, चाहे वह ऑफ-साइड हो या ऑन-साइड।’

SKY को सर्वश्रेष्ठ हिटर और पावरफुल फिनिशर मानते हैं वुड

जूलियन वुड सूर्या को समकालीन भारतीय क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ हिटर और भविष्य का एक पावरफुल फिनिशर मानते हैं। उन्होंने बताया कि सूर्या अपनी ओर आ रही गेंद के एंगल पर कैसे काम करते हैं। वुड ने कहा, ‘उनका संपर्क बिंदु उनके सामने नहीं होता है या जब गेंद ऑफ-स्टंप के बाहर है, वह इसे बहुत देर से खेलते हैं। जब आप गेंद को देर से खेलते हैं, मतलब जब वह आपके बहुत करीब होती है तो आपको जगह की जरूरत होती है।’

कैसी भी गेंद हो एंगल के साथ ही अंदर आएगी: जूलियन वुड

जूलियन वुड ने कहा, ‘ऐसे में आप एंगल का इस्तेमाल करते हैं। गेंद चाहे ओवर द विकेट से फेंकी जाए या राउंड से, वह थोड़ा सा एंगल बनाकर बल्लेबाज के पास आती है और सूर्या जैसे बल्लेबाज गेंद को एंगल से मारते हैं। वे गति का भी इस्तेमाल कर रहे हैं। साथ ही गेंद में स्पीड भी जोड़ रहे हैं।’

गल का इस्तेमाल करने में भारतीय ज्यादा होशियार

जूलियन वुड का मानना है कि एंगल का अच्छी तरह से इस्तेमाल करने की क्षमता अधिकांश भारतीय बल्लेबाजों में है। उन्होंने कहा, ‘भारतीयों के पास एक ठोस आधार और महान तकनीकी क्षमताएं हैं। उन्होंने जो किया है वह स्किल और टच के साथ पर्याप्त पावर का संयोजन है, जहां वे गेंद से कनेक्ट करते हैं। एंगल के साथ खेलने में और अच्छे हैं। वे एंगल के खिलाफ नहीं जाते।’ जूलियन वुड ने हार्दिक पंड्या, ग्लेन मैक्सवेल और रिंकू सिंह को लेकर भी अपनी राय रखी।

हार्दिक पंड्या: शानदार स्विंग

उनके पास बल्ले की शानदार स्विंग है। उनकी कलाइयां भी बहुत अच्छी हैं। जब आप संपर्क बनाते हैं, तो आपको स्थिर रहना होगा और सामने वाले पक्ष से मजबूती से टकराना होगा। लेकिन यह गेंद पर प्रभाव का समय है। मुख्य बात संपर्क के बिंदु पर संतोष हासिल करना है।

ग्लेन मैक्सवेल: हिटिंग जोन

मैक्सवेल के पास हाथ-आंख का बेहतर समन्वय है। यही उन्होंने विश्व कप के दौरान दिखाया था जब उन्होंने ऐंठन के बावजूद अफगानिस्तान के खिलाफ दोहरा शतक जड़ा था। वह मूल रूप से जोन में हिट करते थे, क्योंकि वह हिल नहीं सकते थे। यदि गेंद ऑफ-स्टंप के बाहर थी, तो वह ऑफ-साइड चले गए, लेग-साइड पर आई तो मिडिल या पैर पर चले गए।

रिंकू सिंह: निश्चिंतता

उनकी विचार प्रक्रिया बहुत अच्छी है। वह नतीजे को लेकर चिंतित नहीं है क्योंकि इससे आप पर दबाव पड़ता है। वह इसके प्रॉसेस को लेकर चिंतित हैं। वह जो करते हैं उस पर उन्हें अत्यधिक विश्वास होता है। उनका मूवमेंट अच्छा है। उनकी योजनाएं अच्छी हैं और वह बहुत अच्छी स्थिति में हैं।