भारतीय टीम दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ तीन मैचों की सीरीज का आखिरी टेस्ट मैच 11 जनवरी से केपटाउन के न्यूलैंड्स में खेलेगी। इस ग्राउंड पर टीम इंडिया का रिकॉर्ड बेहद शर्मनाक है। सीरीज 1-1 की बराबरी पर है और सेंचुरियन में ऐतिहासिक जीत के बाद टीम जोहानिसबर्ग से टेस्ट मैच हारकर आ रही है।

भारतीय टीम 30 साल से दक्षिण अफ्रीका में कभी भी टेस्ट सीरीज नहीं जीती है। वहीं 29 साल से टीम इंडिया को केपटाउन में भी पहली टेस्ट जीत का इंतजार है। इस मैदान पर भारत ने पहली बार 1993 में टेस्ट मैच खेला था। उसके बाद से अभी तक भारत यहां कुल 5 टेस्ट मैच खेला है जिसमें से 2 ड्रॉ हुए हैं और 3 में हुए हार मिली है।

कब-कब केपटाउन में टेस्ट मैच हारी टीम इंडिया?

आखिरी बार 2018 में इस मैदान पर टीम इंडिया को विराट कोहली के नेतृत्व में इस मैदान पर 72 रनों से हार का सामना करना पड़ा था। इसके अलावा 1997 में 282 रनों से और 2011 में 5 विकेट से हार झेलनी पड़ी थी। वहीं 1993 और 2011 में भारत ने यहां टेस्ट मैच ड्रॉ करवाया है।

मौजूदा सीरीज में ये छठा मौका होगा जब भारतीय टीम इस मैदान पर उतरेगी। भारत के पास इस बार सुनहरा मौका है दक्षिण अफ्रीका में टेस्ट सीरीज जीतने और केपटाउन में पहली टेस्ट जीत दर्ज करने का। हालांकि मेजबानों के भी हौसले बुलंद होंगे जो जोहानिसबर्ग में हमेशा अजेय रही टीम इंडिया को मात देकर आ रही है।

पुजारा और कोहली के लिए खतरे की घंटी!

दरअसल चेतेश्वर पुजारा और विराट कोहली के इस मैदान पर बेहद खराब आंकड़े हैं। यहां तक कि रविचंद्रन अश्विन ने इन दोनों स्टार खिलाड़ियों से ज्यादा रन इस मैदान पर बनाए हैं। इस मैदान पर विराट कोहली ने सिर्फ एक टेस्ट खेला है जिसकी दो पारियों में वे सिर्फ 33 रन बना पाए हैं। दूसरी तरफ पुजारा का रिकॉर्ड इससे भी खराब है।

पुजारा ने इस मैदान पर दो टेस्ट मैच खेले हैं जिसकी 4 पारियों में वे सिर्फ 32 रन ही बना पाए हैं। वहीं अश्विन ने इन दोनों खिलाड़ियों से ज्यादा एक टेस्ट की दोनों पारियों में कुल 49 रन न्यूलैंड्स में बनाए हैं। इसके अलावा भारत के लिए सिर्फ सचिन तेंदुलकर ही ऐसे खिलाड़ी रहे हैं जिन्होंने इस मैदान पर सबसे ज्यादा 4 टेस्ट मैचों में 489 रन बनाए हैं।

कोई भी भारतीय खिलाड़ी आज तक इस मैदान पर 500 का आंकड़ा नहीं छू पाया है। सचिन के अलावा अन्य सभी बल्लेबाज 200 के नीच रहे हैं। सौरव गांगुली ने 2 टेस्ट मैच में 165 रन, गौतम गंभीर ने 1 टेस्ट में 157 रन, राहुल द्रविड़ ने 3 टेस्ट में 126 रन और मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 2 टेस्ट मैच में 124 रन इस मैदान पर बनाए हैं।