India vs South Africa, 1st Test Match: जसप्रीत बुमराह उन दुर्लभ गेंदबाजों में से एक हैं, जो टेस्ट मैचों में किसी भी परिस्थिति में प्रभाव डाल सकते हैं। पूर्व भारतीय कोच अभिषेक नायर का मानना है कि शुक्रवार से शुरू हो रहे भारत बनाम दक्षिण अफ्रीका के पहले मैच से पहले, जसप्रीत बुमराह कोलकाता की काली मिट्टी की पिच पर फिर घातक साबित होंगे।
अभिषेक नायर ने कहा, ‘ये हालात, काली मिट्टी, वह बेहद खतरनाक साबित होंगे। विरोधी टीम इस बारे में खूब चर्चा करेगी और आप चाहे जितनी भी चर्चा करें, जब आप खड़े होकर उनका सामना करेंगे, तो खेल बिल्कुल अलग होगा। जब बुमराह आपके आक्रमण में होते हैं, तो बाकी गेंदबाजों पर ध्यान नहीं जाता, पूरा फोकस उन्हीं पर रहता है।’
उन्होंने कहा, ‘वर्कलोड मैनेजमेंट की बात करें तो वह काफी क्रिकेट खेल रहे हैं, जो देखना वाकई शानदार है। खुशकिस्मती से, इस टी20 फॉर्मेट (ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज) में दो मैच बारिश की भेंट चढ़ गए। वह अपेक्षाकृत तरोताजा और उत्साहित होंगे, क्योंकि उन्हें ऐसी परिस्थितियां मिलेंगी जिनका वह वाकई आनंद लेंगे।’
वर्कलोड मैनेजमेंट
जसप्रीत बुमराह की हाल ही में तीखी आलोचना हुई, जब उन्होंने खुलासा किया कि वह साल की शुरुआत में इंग्लैंड के खिलाफ पांच मैच की टेस्ट सीरीज में से सिर्फ तीन ही खेलेंगे। भारत के 1983 विश्व कप विजेता तेज गेंदबाज बलविंदर सिंह संधू ने हाल ही में इंग्लैंड में संपन्न तेंदुलकर-एंडरसन ट्रॉफी में जसप्रीत बुमराह की सीमित भूमिका के बाद उनके वर्कलोड मैनेजमेंट के सभी आलोचकों को निशाने पर लिया है।
बलविंदर सिंह संधू ने सवाल उठाया कि प्रशंसक और विशेषज्ञ उन स्टार बल्लेबाजों की आलोचना क्यों नहीं करते, जिन्होंने पिछले सात वर्षों के क्रिकेट कैलेंडर के दौरान ब्रेक लिया है, जबकि टीम के स्टार तेज गेंदबाज को प्रति मैच औसतन केवल तीन दिन ही खेलने का मौका मिला। बलविंदर सिंह संधू ने राष्ट्रीय टीम में आने से पहले बुमराह के साथ वर्षों तक काम किया है।
बलविंदर सिंह संधू ने उस समय मिड-डे के लिए एक कॉलम में लिखा था, ‘इन सात वर्षों में कितने बल्लेबाजों ने बिना चोट या ब्रेक लिए लगातार खेला है? कितने बल्लेबाज चुपचाप किसी सीरीज से बाहर हो गए हैं? कोई भी उनसे सवाल नहीं करता, लेकिन जब बात तेज गेंदबाज की आती है तो हर कोई झपटने को तैयार दिखता है। सच्चाई यह है कि तेज गेंदबाजी बेहद मुश्किल काम है।’
