देवेंद्र पांडे। भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड के खिलाफ जिस तरह का प्रदर्शन किया है उसके बाद कई तरह के सवाल उठ रहे हैं। दिग्गज और फैंस सीरीज के दौरान भी यह कहते रहे कि टीम के स्टार खिलाड़ियों को इस सीरीज से पहले घरेलू क्रिकेट खेलना चाहिए था। मैच प्रैक्टिस की कमी खिलाड़ियों के प्रदर्शन में नजर आई। बीसीसीआई भी यही चाहता था लेकिन खिलाड़ी पीछे हट गए।
सुनील गावस्कर ने कहा खिलाड़ियों को खेलना चाहिए था घरेलू क्रिकेट
सुनील गावस्कर ने रविवार को कहा, ‘भारतीय टीम के खिलाड़ियों को थोड़ा अभ्यास करना चाहिए था। बहुत ज्यादा गैप हो गया। हम जानते हैं कि हमने बांग्लादेश को मात दी। इसके बाद हमें लगने लगा कि न्यूजीलैंड को हराना आसान होगा। न्यूजीलैंड का अटैक बेहतर था। उनके खिलाड़ी भारत में आईपीएल खेलते हैं और जानते हैं यहां पिच कैसे काम करती है।’
इंडियन एक्सप्रेस की मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक घरेलू सीजन शुरू होने से पहले बोर्ड ने टीम के खिलाड़ियों को दलीप ट्रॉफी में खेलने को कहा था। हालांकि उस समय खिलाड़ियों ने यह कहकर मना कर दिया था इसके लिए उनमें ‘मोटिवेशन’ नहीं है।
खिलाड़ियों ने हामी भरने के बाद किया इनकार
भारतीय टीम ने जून में टी20 वर्ल्ड कप का खिताब जीता था। इसके बाद टीम को घरेलू मैदान पर बांग्लादेश के खिलाफ सीरीज खेलनी थी। रिपोर्ट के मुताबिक सेलेक्शन कमेटी ने टॉप खिलाड़ियों को बेंगलुरु और अनंतपुर में होने वाले दलीप ट्रॉफी केमैचों के लिए उपलब्ध रखने का फैसला किया था। यह मैच पांच से 22 सितंबर तक खेले जाने थे। बोर्ड के मुताबिक इससे खिलाड़ियों को मैच प्रैक्टिस मिलती। रोहित शर्मा, विराट कोहली समेत टीम इंडिया के कई बड़े खिलाड़ियों ने इसके ली पहले हामी भरी थी। हालांकि बाद में उन्होंने पीछे हटने का फैसला किया। यह खिलाड़ी सीधा बांग्लादेश के खिलाफ टेस्ट सीरीज खेलने और फिर न्यूजीलैंड के खिलाफ सीरीज खेले।
कोहली, रोहित शर्मा, जसप्रीत बुमराह और अश्विन ने दलीप ट्रॉफी में हिस्सा नहीं लिया। इसके बाद बोर्ड ने रविंद्र जडेजा को भी रिलीज कर दिया। शुभमन गिल, सरफराज खान, ऋषभ पंत, यशस्वी जायसवाल, केएल राहुल और वॉशिंगटन सुंदर ने दलीप ट्रॉफी में हिस्सा लिया था। केएल राहुल को छोड़कर सभी ने सीरीज में कम से कम एक अच्छी पारी खेली।