भारतीय टीम न्यूजीलैंड के पुणे टेस्ट में अच्छी स्थिति में नहीं थी। हालांकि मैच के तीसरे दिन उन्होंने एक ही घंटे में पांच विकेट लेकर कीवी टीम को लीड को 400 तक नहीं ले जाने दिया। टीम ने आखिरी विकेट रविंद्र जडेजा की चालाकी के कारण हासिल किया। जडेजा ने अपने अंदाज से फैंस को धोनी की याद दिला दी।
भारत को थी आखिरी विकेट की तलाश
कीवी की टीम दूसरी पारी में 69वां ओवर डालने की जिम्मेदारी जडेजा को दी गई थी। न्यूजीलैंड तब तक 9 विकेट खो चुकी थी। उनकी लीड 350 के पार थी। ग्लेन फिलिप्स और विलियम ओ’रोर्के की कोशिश थी कि ऑलआउट होने से पहले ज्यादा से ज्यादा रन जोड़े जा सके। जडेजा की तीसरी गेंद पर ग्लेन फिलिप्स ने शॉट खेला और सिंगल लेने दौड़े और पूरा किया।
जडेजा ने दिखाई समझदारी
इस बीच गेंद वॉशिंगटन सुंदर के हाथों में गई जो आराम से गेंद पास करने वाले थे लेकिन तभी कीवी खिलाड़ियों ने एक और रन चुराने की कोशिश की। बस जडेजा के सामने यही चालाकी दिखाना उन्हें भारी पड़ गया। जडेजा ने सुंदर को आवाज दी जिन्होंने गेंद उन्हें पास की। जडेजा ने हाथ मारकर गेंद को स्टंप्स की ओर थ्रो किया। विलियम ओ’रोर्के क्रीज से दूर रह गए और भारत को दसवां विकेट मिल गया।
रविंद्र जडेजा की शानदार गेंदबाजी
जडेजा ने मैच की पहली पारी में एक भी विकेट ही हासिल नहीं किया था। उन्होंने 18 ओवर में 53 रन दिए थे। हालांकि तीसरे दिन जडेजा ने अपना कमाल दिखाया। उन्होंने 19.4 ओवर में तीन विकेट हासिल किए। विलियम के रनआउट का श्रेय भी जडेजा को ही जाता है।