आयरलैंड दौरे पर गई भारतीय टी20 टीम के मुख्य कोच सितांशु कोटक ने 22 अगस्त 2023 को कहा कि तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह और प्रसिद्ध कृष्णा ने चोट से उबर कर शानदार वापसी की है, लेकिन दोनों गेंदबाजों को विश्व कप से पहले और अधिक मैच खेलने की जरुरत है। आयरलैंड दौरे पर अब तक खेले गए दो टी20 अंतरराष्ट्रीय मैच में बुमराह और कृष्णा ने लागातार दो-दो विकेट लेकर सफल वापसी की है।
भारतीय टीम ने तीन मैच की श्रृंखला में 2-0 की अजेय बढ़त हासिल कर ली है। कोटक ने श्रृंखला के तीसरे मैच की पूर्व संध्या पर कहा, ‘उन पर वास्तव में कोई दबाव नहीं था। वे अपने आरटीपी (खेल में वापसी) और स्ट्रेंथ के लिए एनसीए (राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी) में थे। दोनों गेंदबाज काफी समझदार हैं। उन्हें यहां गेंदबाजी करते देखकर कभी ऐसा नहीं लगा कि उन्हें और अभ्यास की जरुरत थी। वे इस चुनौती के लिए पुरी तरह से तैयार हैं।’
बुमराह को तीसरे मैच में आराम देने से इंकार
उन्होंने कहा, ‘इन खिलाड़ियों को विश्व कप से पहले बस कुछ मैच की जरुरत है। उन्हें इस श्रृंखला में तीन मैच और एशिया कप में भी कुछ मैच खेलने का मौका मिलेगा।’ इस संक्षिप्त दौरे पर अपनी भूमिका के बारे में पूछे जाने पर कोटक ने कहा, ‘मैं पिछले साल भारतीय टीम के साथ दो दौरों पर गया था। मुख्य कोच के रूप में यह मेरा पहला दौरा है। राहुल भाई (द्रविड़) और वे (कोचिंग स्टाफ के अन्य सदस्य) एशिया कप की तैयारी में व्यस्त हैं।’
सौराष्ट्र के इस पूर्व बल्लेबाज ने कहा, ‘मैं 2019 से भारत ए टीम से जुड़ा हुआ हूं। जसप्रीम बुमराह और प्रसिद्ध (कृष्णा) के अलावा इस श्रृंखला में कमोबेश ‘ए’ टीम के खिलाड़ी ही हैं। हमारे पास अविश्वसनीय प्रतिभा है। उनके साथ काम करना एक शानदार अनुभव है।’
नेट सेशन में अधिक समय देना चाहते हैं तिलक वर्मा
वेस्टइंडीज दौरे पर प्रभावित करने वाले तिलक वर्मा के इस दौरे पर अब तक विफल रहने के बारे में पूछे जाने पर कोटक ने कहा कि इस युवा बल्लेबाज ने मुझसे बात की है और वह नेट सत्र में अधिक समय देना चाहता है। तिलक वर्मा ने इस दौरे पर दो पारियों में क्रमश: शून्य और एक रन बनाया।
सितांशु कोटक ने कहा, ‘वह सिर्फ अभ्यास करना चाहता था। उन्होंने अपनी मानसिकता, अपने शॉट चयन के बारे में बात की और यह एक सामान्य चर्चा थी कि मैं क्या सोचता हूं और उसकी योजनाएं क्या हैं। इस तरह के दौरों पर हम रणनीति के बारे में अधिक बात करते हैं।’
सितांशु कोटक ने कहा, ‘हम तकनीकी पहलुओं पर तब तक ज्यादा बात नहीं करते जब तक कि खिलाड़ी को इसकी आवश्यकता न हो और उसके पास पर्याप्त समय न हो। मुझे नहीं लगता कि आप किसी श्रृंखला के दौरान एक सप्ताह या दो-तीन दिन के अंदर किसी खिलाड़ी को तकनीकी रूप से बदल सकते हैं।’