Ind vs Eng: क्रिकेट में एक कहावत है कि कैच पकड़ो मैच जीतो और कैच छोड़े मैच गंवाओ और ये बात भारत-इंग्लैंड के बीच खेले गए लीड्स टेस्ट में पूरी तरह के चरितार्थ हो गया। इस मैच में भारतीय टीम की तरफ से खूब कैच छोड़े गए और इनमें से टीम के ओपनर बल्लेबाज यशस्वी जायसवाल ने तो हद ही कर दी। उन्होंने 4 कैच इस मैच दौरान छोड़े, लेकिन चौथी पारी में जो उन्होंने बेन डकेट का कैच छोड़ा उसने पूरे मैच को ही बदलकर रख दिया।
लीड्स में भारत ने लगभग पूरे मैच के दौरान अपनी पकड़ मजबूत बनाए रखी, लेकिन भारतीय टीम की छोटी-छोटी गलतियों का खमियाजा सबको भुगतना पड़ा और 5 विकेट से टीम इंडिया को 5 मैचों की टेस्ट सीरीज के पहले ही मैच में मिली। भारत अब इस टेस्ट सीरीज में 0-1 से पीछे है। इस पूरे मैच के दौरान भारतीय टीम की फील्डिंग अच्छी नहीं रही और ये बात लंबे समय तक सालती रहेगी कि काश यशस्वी ने वो कैच पकड़ लिया होता तो परिणाम कुछ और होता।
यशस्वी की गलती माफी के लायक नहीं
यशस्वी जायसवाल ने इंग्लैंड के खिलाफ पहली पारी के दौरान 3 कैच छोड़े जिसमें से 3 खिलाड़ियों ने अर्धशतक जबकि एक खिलाड़ी ने शतकीय पारी खेली। खैर इसके बावजूद भारत की पकड़ में मैच था और चौथी पारी में टीम इंडिया बल्लेबाज में थोड़े खराब प्रदर्शन के बाद इंग्लैंड को जीत के लिए 371 रन का टारगेट दिया था जो आसान नहीं था, लेकिन यशस्वी ने इंग्लैंड के ओपनर बेन डकेट का जो कैच चौथी पारी में छोड़ा उसने मैच को पलटकर रख दिया।
यशस्वी जायसवाल ने खेल के 5वें दिन इंग्लैंड की दूसरी पारी के दौरान तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज की गेंद पर 39वें ओवर की 5वीं गेंद पर बेन डकेट का कैच छोड़ दिया जो ज्यादा मुश्किल नहीं था। इसके बाद डकेट ने मैच को पूरी तरह से बदल कर रख दिया और उन्होंने दूसरी पारी में एक छक्का और 21 चौकों के साथ 149 रन की पारी खेलकर भारत को पूरी तरह से बैकफुट पर धकेल दिया। अगर यशस्वी इस कैच को पकड़ लेते तो भारत मैच में बना रह सकता था और शायद जीत भी हो सकती थी, लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। डकेट ने जैक क्रॉली के साथ दूसरी पारी में 188 रन की साझेदारी करके इंग्लैंड के बल्लेबाजों के लिए काम आसान कर दिया।